school | शिक्षा विभाग में भी जमकर डेपुटेशन, मूल जगह लौटें तो यहां भी सुधरें स्कूलों के हाल
दूसरे विभागों में सेवाएं दे रहे शिक्षकों को अपने विभाग में बुला चुका विभाग, मगर खुद के विभाग में अब भी डेपुटेशन कायम
जयपुर
Published: March 04, 2022 11:30:28 am
जयपुर. प्रदेश मे चिकित्सा के साथ ही शिक्षा विभाग में भी डेपुटेशन का खेल जमकर चलता रहा है। गांवों में अपने मूल पदों को छोड़कर शहरों में जमे रहने की इच्छा के चलते गांवों के स्कूलों में भी पर्याप्त शिक्षक बच्चों को नहीं मिल पाते। प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा में करीब एक लाख पद इस समय रिक्त चल रहे हैं। इसके बावजूद विभाग में करीब 5 हजार शिक्षक अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर डेपुटेशन पर कार्य कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग ने हाल ही आदेश जारी कर दूसरे विभागों में डेपुटेशन पर चल रहे करीब 35 हजार शिक्षकों को वापस मूल विभाग में बुलाया है। अब इनकी सेवाएं अपने पदों पर लगाई गई है। लेकिन अभी भी विभाग में हजारों शिक्षक गांवों की सेवाएं छोड़कर शहरों में ही जमे हैं। राजस्थान पत्रिका में गुरुवार के अंक में …शहरों में जमे डॉक्टर नर्सेज जाएंगे गांवों में, 400 छोटे अस्पतालों के खुलेंगे ताले.. शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया था। इसमें बताया गया था कि विभाग में डेपुटेशन समाप्त किए जाने के बाद करीब 400 सब सेंटर अब फिर से खुल सकेंगे। यहां कार्यरत स्वास्थ्य कार्मिकों का वेतन गांव के सब सेंटर से उठाया जा रहा था, लेकिन इनकी सेवाएं शहरों के अस्पतालों में अधिशेष तौर पर ली जा रही थी।
पंचायतराज विभाग वापस भेज चुका 30 आयुर्वेद कार्मिक हाल ही पंचायती राज विभाग में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत 30 आयुर्वेद विभाग के कार्मिकों को सरकार ने वापस मूल विभाग में भेज दिया। ग्रामीण विकास अधिकारियों को नए पदस्थापन देने के लिए आई सूची में ये प्रतिनियुक्तियां समाप्त की गईं।
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