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अमिताभ संग क्यों नहीं करते राकेश रोशन काम? क्या है K से उनका खास कनेक्शन… इस वजह से नहीं रखते सिर पर बाल

Happy Birthday Rakesh Roshan: हिंदी सिनेमा के दिग्गज डायरेक्टर, एक्टर, निर्माता, लेखक और संगीतकार राकेश रोशन (Rakesh Roshan) का आज यानी 6 सितंबर का बर्थडे है. राकेश रोशन ने पहले अपनी एक्टिंग से फैंस का दिल जीता फिर अपने निर्देशन की कला से फैंस को अपना मुरीद बना लिया. इनकी फिल्मों के नाम ज्यादातर K से ही होते हैं. आखिर ऐसा क्यों हैं? उनके सिर पर बाल ना रखने के पीछे भी एक खास वजह है आइए जानत हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ खास दिलचस्प किस्से.

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नई दिल्ली: राकेश रोशन (Rakesh Roshan) एक अच्छे एक्टर होने के साथ-साथ एक अच्छे फिल्म मेकर भी हैं. अपने एक्टिंग करियर में उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया जिनमें उनके किरदार पर दर्शकों ने दिल खोलकर प्यार लुटाया. एक्टिंग को अलविदा कहने के बाद उन्होंने निर्देशन में भी अपना दमखम दिखाया और उनकी फिल्मों ने कमाई के मामले में बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया. लेकिन कभी वह अमिताभ बच्चन के साथ काम करते नजर नहीं आए. क्या दोनों के बीच कोई मनमुटाव है.

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राकेश रोशन ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय से अपनी अलग पहचान बनाई. 1970 के में उन्होंने फिल्म ‘घर-घर की कहानी’ से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा और कई फिल्मों में दमदार किरदार निभाए. अपने दौर के वह सुपरहिट हीरो रहे. उन्होंने कई सक्सेस फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया. फिर एक्टिंग छोड़ उन्होंने वह सफल डायरेक्टर्स की लिस्ट में शामिल हो गए और उन्होंने अपने निर्देशन में कई एक्टर्स के साथ काम किया लेकिन कभी वह अमिताभ के साथ नजर नहीं आए.

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बतौर डायरेक्टर राकेश रोशन ने अपनी पहली फिल्म ‘खुदगर्ज’ बनाई. इसके बाद राकेश रोशन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उनके निर्देशन में बनी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट होती गई अपनी फिल्मों से ही उन्होंने अपने बेटे ऋतिक रोशन को भी लॉन्च किया. पहली ही फिल्म से उनके बेटे रातोंरात सुपरस्टार बन गए थे. लेकिन क्या आपने कभी नोटिस किया की उनकी फिल्मों को नाम K से ही क्यों शुरू होते हैं. इसके पीछे वजह भी काफी दिलचस्प है.

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साल 1982 में उन्होंने फिल्म ‘कामचोर’ बनाई थी, ये फिल्म हिट साबित हुई थी. इसके बाद वह 1984 में फिल्म ‘जाग उठा इंसान’ लेकर आए जो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई. इसके बाद 1986 में ‘भगवान दादा’ लाए तो वो भी बुरी तरह फ्लॉप हुई. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसके बाद उनके एक फैन ने उन्हें आइडिया दिया कि वह अपनी फिल्मों के नाम की शुरुआत K अक्षर के साथ शुरू करें. इसकेब बाद उन्होंने K लेटर से अपनी फिल्मों के नाम रखना शुरू किया और ‘खुदगर्ज’ लेकर आए फिल्म टिकट खिड़की भी धमाल कर गई और इसके बाद उन्होंने अपनी फिल्मों के नाम की शुरुआत K लेटर के साथ करना शुरू कर दिया. (फोटो साभार :Instagram@rakesh_roshan9)

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करियर में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्में ना करने की बड़ी दिलचस्प कहानी है. दरअसल अपने एक इंटरव्यू में राकेश रोशन ने खुद बताया था कि फिल्म किंग अंकल उन्होंने अमिताभ बच्चन को ध्यान में रखकर ही तैयार की थी. अमिताभ को भी फिल्म का कॉन्सेप्ट पसंद था लेकिन वक्त आने पर बिग बी ने पर्सनल परेशानियों के चलते फिल्म में काम करने से मना कर दिया. उसके बाद राकेश ने जैकी श्रॉफ लेकर फिल्म पूरी की . लेकिन दोबारा किसी ने भी साथ काम नहीं किया. लेकिन दोनों ही स्टार आज भी एक एक दूसरे की रिस्पेक्ट करते हैं.

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राकेश रोशन ने डायरेक्टर बनने के बाद बाल मुंडवा लिए थे. बहुत से ऐसे लोग हैं जो आज भी इस राज को जानने के लिए आतुर है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ. दरअसल, बतौर डायरेक्टर करियर की शुरुआत के दौरान उन्होंने फिल्म के लिए मन्नत मांगी थी और फिल्म को काफी अच्छा रिस्पॉन्स भी मिला था. इस फिल्म की सफलता के बाद राकेश ने तिरुपति जाकर बाल मुंडवा दिए और कसम खाई कि अब वह कभी सिर पर बाल नहीं रखेंगे और तब से लेकर अब तक आपने राकेश के सिर पर बाल नहीं देखें होंगे.

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राकेश रोशन ने डायरेक्टर बनने के बाद बाल मुंडवा लिए थे. बहुत से ऐसे लोग हैं जो आज भी इस राज को जानने के लिए आतुर है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ. दरअसल, बतौर डायरेक्टर करियर की शुरुआत के दौरान उन्होंने फिल्म के लिए मन्नत मांगी थी और फिल्म को काफी अच्छा रिस्पॉन्स भी मिला था. इस फिल्म की सफलता के बाद राकेश ने तिरुपति जाकर बाल मुंडवा दिए और कसम खाई कि अब वह कभी सिर पर बाल नहीं रखेंगे और तब से लेकर अब तक आपने राकेश के सिर पर बाल नहीं देखें होंगे.

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