अलवर मंदिर केस: एक्शन में आई गहलोत सरकार, एसडीएम, ईओ और नगरपालिका चेयरमैन को किया सस्पेंड
हाइलाइट्स
अलवर का राजगढ़ फिलहाल राजनीति का केन्द्र बिन्दु बना हुआ है
बीजेपी सांसद सुमेधानंद बोले आस्था को चोट पहुंचेगी तो हम बोलेंगे
बाबूलाल धायल.
अलवर. अलवर के राजगढ़ में अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिर ढहाने के मामले (Alwar temple case) में बीजेपी के निशाने पर आई राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot government) एक्शन में आ गई है. सरकार ने सोमवार देर रात इस मामले में सख्त कदम उठाते हुये राजगढ़ उपखंड अधिकारी केशव मीणा को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही नगरपालिका ईओ बनवारीलाल मीणा और राजगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष एवं बीजेपी नेता सतीश दुहरिया को को भी निलंबित कर दिया गया है. वहीं इस मामले में बीजेपी की ओर से मौके पर गई जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को सौंप दी है. मंदिर ढहाने पर मच रहा बवाल अपने चरम पर आया हुआ है.
अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिर ढहाने के बाद राजगढ़ देशभर में राजनीति का हॉट केक बना हुआ है. बीजेपी इस मसले को लेकर गहलोत सरकार पर जबर्दस्त तरीके से हमलावर हो रखी है. राजगढ़ में आये दिन बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के दौरे हो रहे हैं. जिला प्रशासन पूरे अलर्ट मोड पर आया हुआ है. पूरे प्रकरण में विपक्ष के हमले झेल रही अशोक गहलोत सरकार ने सोमवार देर रात राजगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष, उपखंड अधिकारी और नगरपालिका ईओ को सस्पेंड कर सख्त संदेश देने की कोशिश की है.
सांसद सुमेधानंद बोले मंदिरों के लिये बड़े से बड़ा बलिदान देने को तैयार हैं
दूसरी तरफ इस मामले की बीजेपी की तरफ से जांच करने गये पार्टी के सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि राजगढ़ का मंदिर अतिक्रमण की जद में नहीं था. कांग्रेस को बुलडोजर चलाने हैं तो पहले अपने कार्यालय पर चलाएं फिर बीजेपी की सोचें. उन्होंने कहा कि डोटासरा को आर्य समाज के बारे में कोई ज्ञान नहीं है. हैदराबाद में जब निजाम ने मंदिर बंद कर दिए थे तब वहां जाकर हमारे गुरुओं ने मंदिर खुलवाए थे. स्वामी सुमेधानंद ने कहा हम मंदिरों के लिये बड़े से बड़ा बलिदान देने को तैयार हैं.
आस्था को चोट पहुंचेगी तो हम बोलेंगे
सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि जो मंदिर तोड़े गये हैं उन्हें सरकार वापस बनवाये. सरकार को माफी मांगनी चाहिए. जिनके मकान टूटे हैं उन्हें मुआवजा दिया जाए. उनके मकान बनाए जाएं. दोषी अधिकारियों के खिलाफ न्यायिक जांच हो. ऐसे अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा हमने अपनी रिपोर्ट में भी यही मांग की है. सांसद सुमेधानंद बोले मंदिरों पर आंच जाएगी तो हम चुप नहीं रहेंगे. आस्था को चोट पहुंचेगी तो तो हम बोलेंगे. बीजेपी जरुरत पड़ने पर मंदिर हटाती है तोड़ती नहीं है. इस बीच बीजेपी जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को सौंप दी है.
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