Health

आपका जिम ट्रेनर पढ़ा लिखा है या सिर्फ डोले बनाकर दे रहा आ‍पको फिटनेस ट्रेनिंग? डॉ. हरलीन बोलीं, जरूर कर लें पता

हाइलाइट्स

ज्‍यादातर लोग जिम ज्‍वॉइन करते समय अपने ट्रेनर की योग्‍यता नहीं पूछते.
स्‍पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जिम ट्रेनर के लिए मानक तय कर रखे हैं.

Gym trainer Qualification: जब भी आप बीमार होते हैं और दवा लेने जाते हैं तो हमेशा क्‍वालिफाइड डॉक्‍टर जैसे एमबीबीएस, एमडी या डीएम के ही पास जाते हैं क्‍योंकि आपको अपनी सेहत की चिंता है. लेकिन अगर आप जिम जाते हैं तो सच-सच बताइए कि जिम ज्‍वॉइन करने से पहले क्‍या आपने अपने फिटनेस कोच की योग्‍यता के बारे में पता किया था, कि उसने कौन सी ट्रेनिंग ली है या क्या पढ़ाई की है? या आपने भी अन्‍य लोगों की तरह ही जिम इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर, कम फीस या दोस्‍तों की वजह से जिम ज्‍वॉइन कर ली थी? फिटनेस एक्‍सपर्ट्स की मानें तो ज्‍यादातर लोग जिम ज्‍वॉइन करते वक्‍त अपने जिम इंस्‍ट्रक्‍टर से उसकी क्‍वालिफिकेशन को लेकर कोई सवाल नहीं करते. अगर फिटनेस कोच ने अच्‍छे-खासे डोले बना रखे हैं तब तो लोग और भी आंख बंद करके भरोसा कर लेते हैं.

अगर आप भी ऐसा करते हैं तो इसका भारी नुकसान आपको चुकाना पड़ सकता है. आपको दिया गया एक गलत इंस्‍ट्रक्‍शन आपके शरीर को दर्द में धकेल सकता है और कई बार यह गंभीर इंजरीज भी दे सकता है. आज हम आपको एक्‍सपर्ट डॉक्‍टर के माध्‍यम से ट्रेनर की जरूरी योग्‍यता के बारे में बता रहे हैं. जिम का फिटनेस कोच या ट्रेनर कितना पढ़ा-लिखा और अनुभवी होना ही चाहिए, ताकि आपकी सेहत के साथ कोई खिलबाड़ न हो.

दिल्‍ली के सफदरजंग अस्‍पताल में स्‍पोर्ट्स इंजरी सेंटर में स्‍पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट में असिस्‍टेंट प्रोफेसर डॉ. हरलीन उप्‍पल कहती हैं कि किसी भी जिम के ट्रेनर के पास एक बेसिक योग्‍यता होनी ही चाहिए और जिम ज्‍वॉइन करने से पहले हर व्‍यक्ति को अपने जिम इंस्‍ट्रक्‍टर की क्‍वालिफिकेशन और एक्‍सपीरिएंस की जानकारी करनी चाहिए. अगर अभी तक आपने ऐसा नहीं किया है तो आगे से जानकारी जरूर करें.

डॉ. हरलीन कहती हैं कि स्‍पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मानकों के अनुसार जिम इन्‍स्‍ट्रक्‍टर के पास फिटनेस उपकरणों, फिटनेस ट्रेंड्स एंड वेलनेस, एनाटॉमी और फिजियोलॉजी की जानकारी होनी चाहिए. उसके पास कम से कम एक साल का पर्सनल ट्रेनर या जिम इंस्‍ट्रक्‍टर के रूप में प्रोफशनल अनुभव भी होना चाहिए. साथ ही उसके पास इनमें से कोई ड‍िग्री या सर्टिफिकेट कोर्स जरूर होना चाहिए.

. एक्‍सरसाइज सांइस में बैचलर डिग्री हो.
. बैचलर्स इन फिजिकल एजुकेशन यानि बीपीएड की डिग्री हो.
. किसी राष्‍ट्रीय मान्‍यता प्राप्‍त संस्‍थान जैसे अमेरिकल कॉलेज ऑफ स्‍पोर्ट्स मेडिसिन से कम से कम 3 महीने या 80 घंटे का सर्टिफिकेट कोर्स
. इंस्‍ट्रक्टिंग एक्‍सरसाइज एंड फिटनेस में लेवल 2 डिप्‍लोमा कोर्स.
. नेशनल एकेडमी ऑफ स्‍पोर्ट्स मेडिसिन से मान्‍यता प्राप्‍त संस्‍थान से कम से कम 3 महीने का इंस्‍ट्रक्‍टर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम या फिटनेस कोर्स सर्टिफिकेट होना चाहिए.
. नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन से मान्‍यता प्राप्‍त संस्‍थान से फिजिकल ट्रेनिंग में सर्टिफिकेट कोर्स.

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Tags: Health News, Lifestyle, Trending news

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