Health

आपकी थायराइड की समस्या के पीछे हो सकता है ये कारण , आज से ही खाना छोड़ दीजिए | Consumption of ragi may be the reason behind your thyroid problem

रागी थायराइड को कैसे प्रभावित करता है? How does Ragi affect thyroid?

रागी में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो थायराइड हार्मोंस को नियंत्रित करने वाले एंजाइमों को रोक सकते हैं. साथ ही, रागी में गोइट्रोजेन नामक तत्व भी पाए जाते हैं, जो थायराइड ग्रंथि द्वारा आयोडीन को सोखने की प्रक्रिया में दिक्कत पैदा कर सकते हैं. याद रखें, आयोडीन थायराइड हार्मोंस बनाने के लिए बहुत जरूरी है. अगर शरीर को पर्याप्त आयोडीन नहीं मिलता, तो गलगंड (Goiter) जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

यह भी पढ़ें- थायराइड को जड़ से खत्म कर देंगे ये 3 योगा, जान लीजिए करने का तरीका

ragi-benefits.jpg 

थायराइड की समस्या वालों को क्या खाना चाहिए? What should people with thyroid problems eat?

अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म है, तो गोइट्रोजेन वाली चीजों को कम खाने की सलाह दी जाती है, रागी भी इसमें शामिल है. गोइट्रोजेन आयोडीन को सोखने में दिक्कत पैदा कर सकते हैं, जिससे थायराइड हार्मोंस का बनना प्रभावित होता है. इसलिए जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से बात करें और उनकी सलाह के अनुसार ही अपनी डाइट प्लान करें.

यह भी पढ़ें- थायरॉइड को जड़ से खत्म कर देंगे ये 5 घरेलु उपचार, इस डाइट प्लान को अपनाएं

ragi-health-benefits.jpgक्या फिर भी खा सकते हैं रागी? अगर आप थोड़ी सावधानी बरतें, तो भी रागी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि हफ्ते में दो बार से ज्यादा रागी न खाएं और मात्रा भी कम रखें. रागी में गोइट्रोजेन के असर को कम करने के लिए इसे खाने से पहले भिगोना, उगाना या भूनना बेहतर रहता है. यही तरीका दूसरी तरह के millets के लिए भी अपनाया जा सकता है. इससे उनका पोषण मूल्य बढ़ जाता है और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व कम हो जाते हैं.
अंत में याद रखें, रागी के फायदे तो कई हैं, लेकिन थायराइड की समस्या होने पर इसे सावधानी से खाना चाहिए. अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ही रागी को अपनी डाइट में शामिल करें.

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj