Dengue Treatment In Homeopathy – Dengue treatment: होम्योपैथी में डेंगू का इलाज!

Dengue treatment:
डेंगू का डंक नहीं हो रहा कम
अस्पतालों में लगातार पहुंच रहे डेंगू के मरीज
एलोपैथी के अलावा भी इलाज के विकल्प आजमा रहे मरीज
होम्योपैथी में डेंगू का इलाज

Dengue treatment:
नवंबर का पहला सप्ताह बीतने के बावजूद और मौसम में बदलाव के बाद भी डेंगू के मरीज कम होने का नाम नहीं ले रहे। राज्यभर में मरीज अस्पतालों में देखे जा रहे हैं। ऐसे में ठीक होने के लिए मरीज एलोपैथी के अलावा होम्योपैथी का सहारा भी लेने लगे हैं। डेंगू का डंक कम होने का नाम नहीं ले रहा। अस्पतालों में भीड़ बढ़ती जा रही है। इसी बीच एलोपैथी के साथ ही मरीज इसका विकल्प भी देखने लगे हैं। अब होम्योपैथी का इलाज पर भी लोगों का भरोसा बढ़ने लगा है। कोरोना की तरह ही डेंगू का भी उपचार अब मरीज इस पद्रधति में लेने लगे हैं। क्योंकि होम्योपैथी लक्षणों पर आधारित चिकित्सा पद्धति है।
लक्षणों के आधार पर दवा
डॉ. अशोक सिंह सोलंकी कहते हैं कि इसमें रोगी को लक्षणों के आधार पर दवाई दी जाती है। होम्योपैथी एक नेचुरल साइंस है और साथ ही होम्योपैथी में किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। डेंगू के शुरुआती लक्षण भी फ्लू जैसे होते हैं, जिसको हम मौसमी सिम्टम्स कहते हैं इन्हें पहचान नहीं पाने के कारण डेंगू में देरी हो जाती है संक्रमित मच्छर के काटने से 10 दिन बाद डेंगू डायग्नोस हो पाता है।
डेंगू के मरीज इन बातों का रखें खयाल
1.पानी और लिक्विड डाइट पर ज्यादा ध्यान दें
2.साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें
3.बाहर का और फ्रीज का खाना बंद करें
4.दिनचर्या को व्यवस्थित करें बदलते मौसम के हिसाब से
5.खाने में विटामिन, प्रोटीन, मिनरल से युक्त डाइट लें
6.योगा प्राणायाम को नित्य करें
7.शाम के समय हल्दी अदरक वाला दूध लेने
8. परिवार में सकारात्मक माहौल रखें
9. मौसमी फ्रूट्स का सेवन करें
10. हल्के गुनगुने पानी का प्रयोग करें
विशेषज्ञों का मानना है कि होम्योपैथिक दवाई से डेंगू संक्रमित की रिकवरी जल्दी होती है। बाजार में कई होम्योपैथिक दवाइयां डेंगू के लिए बिक रही हैं, लेकिन कोई भी दवा होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेकर लेना जरूरी है। इन दवाइयों में से कौन-सी लक्षणों के आधार पर लेनी, कौन -सी पोटेंसी में और कब-कब इसको रिपीट करना है, यह परामर्श लेना जरूरी है।