Panchayati Raj Election Bjp Rajasthan Satish Poonia Rajendra Rathore – शायद मुख्यमंत्री की गणित कमजोर, इसलिए कांग्रेस की हार में भी उनको जीत नजर आती है-राठौड़

उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में डेढ़ वर्ष से लगातार अलग-अलग चरणों में चल रहे पंचायत राज चुनावों के नतीजों के आंकड़े को तो झुठलाया नहीं जा सकता। शायद मुख्यमंत्री की गणित कमजोर है, इसलिए कांग्रेस की हार में भी उनको जीत नजर आती है।

जयपुर।
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में डेढ़ वर्ष से लगातार अलग-अलग चरणों में चल रहे पंचायत राज चुनावों के नतीजों के आंकड़े को तो झुठलाया नहीं जा सकता। अब तक भाजपा के 14 जिला प्रमुख बने हैं। पहले चरण में भाजपा के 443 और दूसरे चरण में 90 जिला परिषद सदस्य यानी कुल 533 जिला परिषद सदस्यों ने विजय हासिल की है। वहीं कांग्रेस के मात्र 5 जिला प्रमुख व पहले चरण में 352 व दूसरे चरण में 99 जिला परिषद सदस्य यानी कुल 451 सदस्य जीते हैं।
राठौड़ ने कहा कि शायद मुख्यमंत्री की गणित कमजोर है, इसलिए कांग्रेस की हार में भी उनको जीत नजर आती है। सरकारी तंत्र का गलत इस्तेमाल कर दूसरे चरण में भाजपा से मामूली बढ़त व कुल हुए मतदान में मात्र 35.2 प्रतिश मत लेकर कांग्रेस का यह छद्म अभियान ज्यादा टिकने वाला नहीं है। राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार के कार्यकाल का आधे से ज्यादा समय बीतने के बाद अच्छा रहता कि सरकार प्रदेश के किसानों के हितों में लिए गए एक भी सार्थक निर्णय की चर्चा करती। मुख्यमंत्री जी द्वारा केन्द्र सरकार पर झूठे वादों का आरोप लगाने से पहले अपने जन घोषणा पत्र में किए गए वादे किसानों का संपूर्ण कर्जमाफी, 5 वर्ष में विद्युत दरें नहीं बढ़ाने, बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा याद कर लेते तो उचित होता।
पंचायती राज संस्थाओं को गर्त में पहुंचाया
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं को गर्त में ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जनहित से जुड़े हर मुद्दों पर राज्य सरकार विफल साबित हुई है। यदि सत्तारुढ़ कांग्रेस की यही स्थिति रही तो आने वाले समय में कांग्रेस प्रदेश से अदृश्य हो जाएगी। ग्रामीण मतदाताओं ने वोट की चोट से कांग्रेस सरकार को करारा सबक सिखाया है जिससे स्पष्ट हो गया है कि एक तरह से सरकार जन विश्वास खो चुकी है।