इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, हो सकता है साइनोसाइटिस

शरीर में अक्सर ही छोटी-मोटी दिक्कतें होती रहती हैं जिनको ज्यादातर लोग नजरअंदाज (Ignore) कर देते हैं. जब तक दिक्कत या दर्द बहुत ज्यादा महसूस न हो लोग डॉक्टर के पास जाने से बचते हैं लेकिन कई बार शरीर में होने वाली मामूली परेशानी या दर्द किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं. इनमें से एक है क्रोनिक साइनोसाइटिस (Chronic sinusitis) जिसके लक्षणों को लोग हल्के में ले लेते हैं, जबकि ऐसा करने से इसका परिणाम (Result) गंभीर भी हो सकता है. आइए, mayoclinic.org में प्रकाशित ख़बर के अनुसार आपको बताते हैं कि क्रोनिक साइनसाइटिस क्या है और इसके क्या लक्षण और कारण हो सकते हैं? साथ ही जानते हैं कि आपको किन बातों का ध्यान रखने की ज़रूरत है.
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क्या है साइनोसाइटिस ?
साइनोसाइटिस एक ऐसा नाक संबंधी रोग है जिसकी शुरुआत जुकाम, सांस लेने में परेशानी और चेहरे की मांसपेशियों में दर्द के साथ होती है लेकिन ध्यान रहे कि कभी-कभी मौसम बदलने पर या किसी और वजह से हुए सर्दी-ज़ुकाम को साइनस नहीं कहा जा सकता है. साइनोसाइटिस के कुछ खास लक्षण भी होते हैं. अब इन लक्षणों को किस तरह से पहचाना जा सकता है यहां जानते हैं.
ये हो सकते हैं साइनोसाइटिस होने के लक्षण
-आंखों, गाल, नाक या माथे के आसपास सूजन होना
-सांस से बदबू आना
-किसी तरह की गंध महसूस न होना
-कान में दर्द होना
-सिरदर्द होना
-ऊपरी जबड़े और दांतों में दर्द होना
-माथे, आंखों, गाल और नाक के आसपास दर्द रहना
-नाक बंद होना या बहते रहना
-सांस लेने में कठिनाई होना
-गले में खराश रहना
ये हो सकते हैं साइनोसाइटिस होने के कारण
-नाक में किसी तरह का इंफेक्शन
-दांत में किसी तरह का इंफेक्शन
-एचआईवी और सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी बीमारी
-इम्यून सिस्टम डिसॉर्डर
-फीवर और एलर्जी
-वायरस, फंगस और बैक्टीरिया
-जानवरों के शरीर से निकलने वाली रूसी
-धुआं और धूल
-ट्यूमर
क्रोनिक साइनोसिसिस कब होता है ?
क्रोनिक साइनोसिसिस तब होता है, जब इलाज के बावजूद नाक और सिर के अंदर की जगह पर तीन महीने या उससे अधिक समय तक सूजन बनी रहे. इसके साथ ही आपकी नाक भरी रहती है और सांस लेने में परेशानी महसूस होती है. आंखों के आसपास की जगह पर सूजन और कोमलता हो सकती है. आंखों में दिक्कत और देखने में समस्या होना या दृष्टि कम होना. स्किन और हड्डियों में इंफेक्शन होना और इसके साथ ही साइनोसाइटिस होने के सभी लक्षण काफी लंबे समय तक बने रहने से भी क्रोनिक साइनोसिसिस हो सकता है. यह स्थिति वयस्कों और बच्चों दोनों को ही प्रभावित कर सकती है.
बरतें ये सावधानियां
-उन लोगों के संपर्क में आने से बचें जिन्हें सर्दी है या जिनको किसी तरह का इंफेक्शन है.
-अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोते रहें, खासकर खाना खाने से पहले.
-धुएं, धूल-मिट्टी या उन चीजों से दूरी बनाकर रखें जिनसे आपको एलर्जी है.
-सिगरेट के धुएं और प्रदूषित हवा से बच कर रहें.
-ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें और इसको नियमित रूप से साफ करते रहें.
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डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर आपको कुछ-कुछ दिनों के लिए कई बार साइनोसाइटिस हुआ है और तमाम तरह के इलाज करने के बावजूद आपकी परेशानी ठीक नहीं हो रही है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए. इसके साथ ही अगर आपको 10 दिनों से ज्यादा साइनोसाइटिस के लक्षण बने हुए हैं और आपकी दिक्कत किसी भी तरह से कम नहीं हो रही है तो आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए. अगर आपको सर्दी-ज़ुकाम, बुखार, आंखों के आसपास सूजन या लाली, तेज सिर दर्द, माथे की सूजन, उलझन, गर्दन में अकड़न या दोहरी दृष्टि और देखने में किसी भी तरह की दिक्कत आ रही हो तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए, वरना स्थिति गंभीर हो सकती है.
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