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इस किसान ने एक बीघा में लगाए 300 चंदन के पौधे,अब होगी करोड़ों में कमाई!

पीयूष पाठक/अलवर.अलवर जिले के किसान अब पारंपरिक खेती को छोड़ आधुनिक खेती की ओर रुख कर रहे हैं. जिसके चलते किसानों को मुनाफा भी अच्छा हो रहा है. शहर, गांव या ढाणी सभी जगह अब किसान ने आधुनिक खेती को अपनाया लिया है. अलवर शहर से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित हाजीपुर गांव के किसान रुपाराम जिन्होंने 7 साल पहले अपने खेतों में चंदन की पौध लगाकर आधुनिक खेती की शुरुआत की. आने वाले कुछ सालों में यह चंदन की खेती इन्हें करोड़ का मुनाफा देगी.

रुपाराम की इस सफलता को देखते हुए और भी किसानों ने रुपाराम से संपर्क किया और इसे जानकारी लेकर आधुनिक खेती की शुरुआत की. आज हाजीपुर के कई किसानों द्वारा चंदन की खेती की जा रही है.हाजीपुर के किसान रूपाराम ने बताया कि आज से क़रीब 7 साल पहले उन्होंने चंदन की खेती की शुरुआत की. हालांकि शुरआत में उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि आगे चलकर उन्हें इस चंदन की खेती से कितना मुनाफा होगा.

एक बीघा में जमीन लगे 300 पौधे
इसलिए उन्होंने अपने एक बीघा की जमीन में करीब 300 पौधे लगाकर चंदन की खेती की शुरुआत की. आज जब उन्हें इस बात की मालूम हुआ कि यह चंदन की खेती उन्हें करोड़ों का मुनाफा देगी, तो उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने एक छोटे से गांव में अपनी पहचान बनाई. आज उनसे हाजीपुर के कई किसान चंदन की खेती के बारे में पूछते हैं, कि किस तरह से उन्हें शुरुआत करनी चाहिए.

कई किसानो ने मंगवाए पौधे
रुपाराम ने बताया कि उन्होंने आंध्र प्रदेश से ऑनलाइन के जरिए अपने लिए चंदन की पौध मंगाई थी. आज जब किसान उनसे संपर्क करते हैं, तो वह कहते हैं कि आप ही हमें चंदन की पौध मंगा कर दीजिए. हाजीपुर में करीब 5 से 6 किसानों को चंदन की खेती की शुरुआत रुपाराम ने करवाई. उन्हें समय-समय पर इसकी रखरखाव के बारे में भी जानकारी देते हैं. रूपाराम ने बताया कि किसान हमारे पास आकर अपने लिए चंदन की पौध मंगवाते हैं. हमे भी खुशी है कि हमारे गांव के किसान जागरूक हो रहे है. आगे चलकर इस चंदन की खेती से किसानो को अच्छा मुनाफा होगा.

एक पेड़ की कीमत 72 हज़ार से ज्यादा
हाजीपुर क्षेत्र के किसान किशन लाल ने बताया कि आंध्र प्रदेश से ऑनलाइन चंदन की पौध मंगवाने पर इसकी कीमत 550 रुपए रही. वहीं जब यह पेड़ बड़े हो जाएंगे तो इनकी कीमत 72 हजार रुपए से करीब 2 लाख रूपए तक होती है. चंदन के पेड़ 15 साल बाद बिकने के लिए अच्छे से तैयार हो जाते हैं. हालांकि इसकी कीमत पेड़ की मोटाई के अनुसार रहती है. चंदन की खेती आसान नहीं. हालांकि रुपाराम जैसे किसानों ने चंदन की खेती को अलवर में करके दिखाया है कि किसान वर्ग कोई भी खेती कर सकता है. चंदन की लकड़ी की अच्छी कीमत मिलती है. साथ ही इसे निकालने वाला तेल 65 हज़ार रूपए प्रति लीटर बिकता है.

Tags: Alwar News, Local18, Rajasthan news

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