इस सरकारी स्कूल में क्यूआर कोड से लगती है हाजिरी, गैर हाजिर हुए तो पेरेंट्स के पास पहुंचता है मैसेज
रिपोर्ट-शक्ति सिंह
कोटा. ज़माना ऑनलाइन का है. अब स्कूलों में हाजिरी भी हाईटेक तरीके से लग रही है. प्राइवेट स्कूलों के बाद अब राजस्थान के एक छोटे से गांव में भी क्यूआर कोड स्कैन करके अटेंडेंस लगायी जा रही है. स्कूल तमाम आधुनिक सुविधाओं से संपन्न है. स्कूल स्टाफ के लिए भी यूनिफॉर्म है.
निजी स्कूलों में तो बायोमीट्रिक हाजिरी होना सुना होगा. लेकिन कोटा जिले के आवां के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में भी अब ऐसा ही हो रहा है. यहां छात्र छात्राओं के आईडी कार्ड पर लगे क्यूआर कोड से हाजिरी ऑनलाइन हो जाती है. इसमें प्रत्येक स्टूडेंट्स का क्यूआर कोड स्कैन करना होता है. अगर बच्चा स्कूल में अनुपस्थित है तो उसके अभिभावक के मोबाइल पर सीधा मैसेज पहुंच जाता है.
क्यूआर कोड
इस स्कूल के प्रधानाचार्य आदित्य विजय ने बताया क्यूआर कोड का आइडिया नागौर के मॉडल स्कूल से लिया गया है. कोटा संभाग में यह पहला स्कूल है. स्कूल परिसर में वाइफाई लगाया गया है. स्कूल में 10 सीसीटीवी कैमरों से परिसर की हर गतिविधि की निगरानी होती है.
स्टाफ के लिए भी ड्रेस कोड
इस स्कूल में बड़ा नियम कायदा है. बच्चों के साथ स्टाफ के लिए भी ड्रेस कोड है. महिला स्टाफ के लिए पिंक साड़ी और पुरुष स्टाफ के लिए सादी काली पैंट चैक शर्ट अनिवार्य है. स्टाफ हर साल एक दिन का वेतन स्कूल के ज्ञान संकल्प पोर्टल पर देता है. इस स्कूल को आधुनिक और बेसिक सुविधाओं से लेस किया गया है. भामाशाहों के सहयोग से लाइब्रेरी की सुविधा सहित अन्य विकास कार्य करवाए गए हैं. 4 कमरे 1 हॉल और पुस्तकालय का पुनर्निर्माण कराया गया है और कक्षा 1 से 12वीं के बच्चों के लिए फर्नीचर की व्यवस्था हो चुकी है. स्कूल में रंग रोगन और विकास कार्य करवाए गए हैं. बच्चों के खेलने के लिए बैडमिंटन कोर्ट और खेल मैदान बनाया गया है.
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FIRST PUBLISHED : April 15, 2024, 19:00 IST