Rajasthan
ऑक्सीजन से जूझते कोविड मरीजों को ग्रेटर नगर निगम मुहैया करायेगा सिलेंडर


होम आइसोलेशम में रहने वाले कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करेगा नगर निगम.
जयपुर (Jaipur) नगर निगम कोरोना मरीजों (Corona Infected) की मदद के लिए सामने आया है. यहां जो लोग कोरोना संक्रमित हैं और अपने घरों में आइसोलेट हैं उनको नगर निगम ऑक्सीजन सिलेंडर(Oxygen cylinder) उपलब्ध कराएगा.
जयपुर. कोरोना महामारी (Corona Epidemi) के दौर में कोविड-19 पॉजिटिव मरीज ऑक्सीजन (Oxygen) की भारी कमी से जूझ रहे हैं. सबसे ज्यादा परेशान वे लोग हैं, जो घर पर ही आइसोलेट हैं और उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है. ऐसे मरीजों की मदद के लिए जयपुर ग्रेटर नगर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर ने नई पहल की है. ग्रेटर निगम जल्द ही मेयर के निर्देश के बाद 100 ऑक्सीजन सिलेंडर्स खरीदेगा और पार्षदों की अनुशंसा पर घर पर आइसोलेट ऑक्सीजन के जरूरतमंद मरीजों को दिए जाएंगे. वहीं 10 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर खरीदने के लिए ग्रेटर निगम की ओर से आर्डर दे दिया गया है. आगामी दिनों में ये और ज्यादा खरीदे जाएंगे. ये तमाम फैसले मेयर सौम्या की अध्यक्षता में हुई पार्षदों की बैठक में लिए गए है. मेयर सौम्या ने मंगलवार को ग्रेटर के पार्षदों के साथ वीसी के जरिये कोविड के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए वीसी के जरिये पार्षदों के साथ बैठक की थी. ऑक्सीजन किल्लत पर केंद्र को दिल्ली हाईकोर्ट की फटकार, कहा- आप अंधे हो सकते हैं, हम नहीं इस दौरान मेयर सौम्या ने ये भी ऐलान किया कि वे खुद का एक साल का मानदेय कोविड पीड़ितों की मदद में देंगी. मेयर की घोषणा पर कई पार्षद भी 6 माह का मानदेय देने को तैयार हुए हैं. करीब 50 पार्षदों ने अपना 6 माह का मानदेय देने पर सहमति जताई है. हालांकि, इस मामले में 7 सदस्यीय कमेटी गठित करने का भी फैसला लिया गया है.सोमवार को मेयर ने किया था दौरा दरअसल, मेयर सौम्या सोमवार को वीकेआई इलाके में स्थित करीब तीन ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण करने पहुंची थी. इस दौरान उन्होंने पाया कि प्लांट्स में ऑक्सीजन का उत्पादन मांग और खपत की तुलना में काफी कम हो रहा हैं. क्योंकि, ऑक्सीजन निर्माण के लिए लिक्विड काफी कम मिल रहा हैं. मेयर को ऑक्सीजन प्लॉट्स के बाहर आमजन भी बड़ी तादाद में नजर आए थे. जो सिलेंडर्स में ऑक्सीजन भरवाने के लिए पहुंचे हुए थे. लेकिन, उन्हें ऑक्सीजन भी नहीं मिल पा रही थी. मेयर सौम्या ने इस दौरान उन लोगो से बात की तो पता लगा कि उनके परिजन या परिचित कोविड पॉजिटिव हैं और अस्पताल में बेड ना होने के कारण उन्हें भर्ती भी नहीं किया गया. लिहाजा, मेयर ने मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को पत्र लिखकर उन लोगों के लिए ऑक्सीजन की नीति निर्धारण करने की मांग भी की थी, जो होम क्वारंटीन है.