कन्नौज में सीखा…जयपुर आकर बिखेरी ऐसी खुश्बू, राजा महाराजा भी हो गए इनके इत्र के दीवाने

अंकित राजपूत/जयपुर : जयपुर राजस्थान का सबसे सुंदर और ऐतिहासिक शहर है. यहां के लोगों के हाथों में गजब का हुनर बसता हैं. ऐसे एक खास हुनर के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. जिसे पढ़कर आप भी दंग रह जाएंगे आज से 100 साल पहले जयपुर के रहने वाले देवीलाल विजयवर्गीय उत्तर प्रदेश के कन्नौज गए और उन्होंने वहां से इत्र बनाना सीखा और उस इत्र बनाने की खास विधि को जयपुर लेकर आए.
जयपुर में अलग-अलग इत्र तैयार किए जिसकी खूशबू जयपुर की बड़ी चौपड़ की एक छोटी सी दुकान से पूरे शहर में मशहूर हो गई. इत्र कि डिमांड इस कदर थी की जयपुर के राजा महाराजाओं तक इनके इत्र की डिमांड करने लगे. राजा महाराजा इनके इत्र के बिना नहीं रह पाते थे. आज भी जयपुर के राजपरिवार में यहां से इत्र मंगवाया जाता हैं. देवी लाल विजयवर्गीय ने इत्र बनाने की इस कला को अपने बेटे राधेश्याम को सिखाया और अब उनकी तीसरी पीढ़ी के उनके पोते संजू विजयवर्गीय इत्र बनाते हैं. गली में स्थित छोटी सी दुकान जहां लोगों की इत्र खरीदने के लिए भीड़ उमड़ी रहती हैं.
छोटी सी दुकान में इत्र की कीमत 2 हजार से 15 लाख रूपए
अपने दादा जी की विरासत को आगे बढ़ा रहे संजू विजयवर्गीय बताते हैं कि हमारी दुकान 100 साल पुरानी है. और हमारे यहां 100 प्रकार के इत्र तैयार किए जाते हैं. जिनकी डिमांड पूरे भारत में हैं. हमारे यहां इत्र बिल्कुल नेचुरल तरीके से तैयार किया जाता हैं. जिसकी खूशबू लंबे समय तक रहती हैं. जिससे कारण लोगों में हमारे यहां के इत्र कि डिमांड जबरदस्त हैं. हमारे यहां पर इत्र कि शुरुआती कीमत 2 हजार से होती है जो 15 लाख रूपए लीटर तक होती हैं डेनियल उद इत्र सबसे महंगा हैं.
जिसे सिर्फ VVIP लोग खरीदते हैं. यहां इत्र कि प्रमुख वैरायटीयों में गुलाब, केवड़ा, खस, हिना, मुशकम्बर, शमामा, केसर, कस्तुरी, चमेली प्रमुख हैं जिसमें सबसे ज्यादा डिमांड उद के इत्र की होती है. जिसमें उद की कई सारी वैरायटी होती हैं. जिसमें प्रमुख रूप से व्हाइट उद, ब्लैक उद, डेनियल उद, कम्बोडियन उद और अफ्रीकान उद सबसे ज्यादा फेमस है.
कैसे बनता हैं मदहोश करने वाला बेहतरीन इत्र
संजू विजयवर्गीय बताते हैं कि इत्र मुख्य रूप से दो प्रकार से बनता हैं. जिसमें एक नैचुरल और एक सिंथेटिक तरीके से बनता हैं. हम सिर्फ नेचुरल तरीके से इत्र तैयार करते हैं. नेचुरल तरीके से बनने वाले इत्र की दो बूंद से कपड़ों से 3-4 दिन तक खूशबू रहती हैं. वैसे तो इत्र बड़े स्तर पर कन्नौज में तैयार होता है पर अलग-अलग इत्रों से एक नया इत्र हम विशेष रूप से तैयार करते हैं. जिसकी खूसबू लाजवाब होती हैं.
हमारे यहां का इत्र जयपुर के सिटी पैलेस में एक कार्यक्रम के दौरान आए इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स और उनकी वाइफ कैमिला पार्कर से लेकर ग्रीस के प्रधानमंत्री तक लगा चुके हैं और जयपुर की शादियों पार्टीयों में हमारे इत्र की सबसे ज्यादा डिमांड रहती हैं. आज भी लोग दूर-दूर से गली की इस छोटी सी दुकान में इत्र खरीदने आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 11, 2023, 23:11 IST