करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाला साबू परिवार गिरफ्तार

विश्वकर्मा थाना पुलिस ने करोड़ों रूपयों की धोखाधड़ी करने वाले शातिर ठग परिवार को गिरफ्तार किया है । पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी विजय साबू ,मोहित साबू और बबीता साबू है । जो रिश्ते में पति — पत्नी और बेटा है । मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी जयपुर वेस्ट ऋचा तोमर ने बताया कि इस संबंध में शहर के थाने में मामला दर्ज कराया था । जांच में सामने आया कि इन आरोपियों ने विश्वकर्मा इलाके में मैसर्स साबू सुपर एडिबल फर्म खोली । खुद का दाल मिल और तेल का कारोबार बताते हुए शहर के बड़े दाल कारोबारियों से मंहगे दामों में दाल खरीदी । शहर के कई व्यापारियों से करोड़ों रूपए की दाल खरीद कर बाजार में सस्ते दामों में बेचकर पैसा जमा किया । जिसके बाद दाल मिल में आग लगने का हवाला देकर व्यापारियों को भुगतान करने से आनाकानी करने लगे। यहीं नहीं दाल मिल में आग लगने के पेटे इंश्योरेंस कंपनी से भी मुआवजा उठाने की फिराक में थे । उन्होंने बताया कि इन आरोपियों के खिलाफ जयपुर के अलावा राजस्थान के कई जिलों और अन्य राज्यों में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज है । धोखाधड़ी के मामलों में राजस्थान एसओजी भी इन आरोपियों की तलाश कर रही थी । लेकिन ये आरोपी लोगों से करोड़ों रूपयों की धोखाधड़ी कर वृंदावन में किराए का फ्लैट लेकर फरारी काट रहे थे । फिलहाल पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है ।
यह करवाया था मामला-
पुलिस ने बताया कि परिवादी सचिन साहू ने 17 जून को थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि मैसर्स साबू सुपर एडिबल प्रा. लि. के निदेशक विजय साबू, मोहित साबू और बबीता साबू ने लगभग 68 लाख रुपए की दाल भुगतान कर देने की शर्त पर खरीदी थी। समय पर भुगतान नहीं करने पर भुगतान का तकाजा करने पर आरोपी पक्ष ने स्वयं के दाल के गोदाम में आग लगाकर नुकसान हो जाने का हल्ला मचाकर फरार हो गए।
इस तरह करते थे वारदात
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने मैसर्स साबू एडबिल प्रा. लि. के नाम से फर्म बना रखी है। इस फर्म के जरिए दाल का व्यापार करते है। फर्म के तीनों निदेशकों ने वर्ष 2021 में दाल के व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी करने की मंशा से व्यापारियों से सम्पर्क कर करोड़ों रुपयों की दाल खरीदी। अभियुक्तों ने व्यापारियों के दाल के बदले जल्द ही भुगतान करने का विश्वास दिलाया था। कई व्यापारियों से दाल खरीदने के बाद अभियुक्तों ने खरीदी गई दाल को औने पौने दामों में बेचकर स्वंय के गोदाम में आग लगाकर व्यापारियों में दाल के व्यापार में नुकसान हो जाने का भ्रम फैला दिया। दाल विक्रय करने वाले व्यापारियों ने जब अभियुक्तों से दाल के बकाया भुगतान के लिए तकाजा किया तो अभियुक्त अपने घर पर ताला लगाकर फरार हो गए।