Rajasthan

कोचिंग के लिए बेस्ट है ये शहर, हर दिन हो रहे ताबड़तोड़ एडमिशन, विदेशों से भी पढ़ने आते हैं स्टूडेंट्स

हिमांशु मित्तल/कोटा:  भारत में हर परिवार की चाहत होती है कि उनका बच्चा इंजीनियर या डॉक्टर बने. इसके लिए वो अपने बच्चे को बेस्ट इंस्टीट्यूट और कोचिंग सेंटर में भेजने के लिए तैयार रहते हैं. भारत की बात करें तो वैसे तो यहां ऐसे कई संस्थान हैं जो बच्चों को बेस्ट एजुकेशन फैसिलिटी देने का दावा करते हैं. लेकिन कुछ पर ही माता-पिता विश्वास कर पाते हैं. इतिहास देखने के बाद भारत के हर शहर से लोग अपने बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए कोटा भेजने में संकोच नहीं करते.

कोटा को देश में कोचिंग सिटी यानी शिक्षा की काशी के नाम से भी जाना जाता है. देशभर से आईआईटी और मेडिकल की तैयारी करने वाले कोचिंग छात्रों के लिए देश में कोटा ही पहली चॉइस है. फिलहाल जब मौका एडमिशन का है तो इस बार रिकॉर्ड कोचिंग स्टूडेंट एडमिशन के लिए कोटा पहुंच रहे हैं. हर दिन करीब 7 हजार ऐडमिशन हो रहे हैं. अप्रैल के दूसरे हफ्ते में ही कोटा में आईआईटी और मेडिकल के छात्रों के एडमिशन की तादाद 1 लाख को पार पहुंच गई है.

हर साल होते हैं इतने एडमिशन
कोटा में हर साल दो से ढाई लाख स्टूडेंट मेडिकल और इंजीनियर सहित अन्य स्ट्रीम के संस्थानों में प्रवेश के लिए कोचिंग करने आते हैं. मोटे अनुमान के अनुसार शहर के अलग-अलग कोचिंग संस्थानों में नए सेशन के लिए अभी तक करीब 1 लाख दाखिले हो चुके हैं. जबकि सीबीएसई और आरएससी की परीक्षाएं अभी हाल ही में खत्म हुई है. इनके रिजल्ट के बाद संख्या एकाएक बढ़ेगी. कोटा में कोचिंग के लिए यूपी बिहार के छात्रों में अलग ही क्रेज है. देश के करीब हर राज्य के स्टूडेंट अभिभावको के साथ कोटा पहुंच रहे हैं. इसकी वजह है कोटा कोचिंग के लिए भरोसा और चाहे मेडिकल हो या आईआईटी दोनों में कोटा के अलग अलग कोचिंग संस्थानों के परिणाम.

इस साल ऐसा है हाल
केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा देश के करीब 25 राज्यों के स्टूडेन्ट्स का मेडिकल-इंजीनियरिंग कोचिंग के लिये पहली पसंद कोटा ही है. इस साल की बात करें तो देश में मेडिकल कोचिंग के लिये 25 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन किया हैं, जो अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक एक कीर्तिमान हैं. वहीं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में भी इस वर्ष करीब 15 लाख एप्लीकेशन हैं..ऐसे में मेडिकल-इंजीनियरिंग कोचिंग के हब कोटा में भी इसी अनुपात में दाखिलों का आंकड़ा बेहतर होने और बढ़ने की उम्मीदें की जा रही है. बहरहाल ये देखना दिलचस्प होगा कि मिशन-एडमिशन का ये शुरुआती आंकड़ा कोटा में इस साल कोचिंग स्टूडेन्ट्स के दाखिलों का रिकॉर्ड नंबर कहां तक पहुंचा पाता हैं.

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