Rajasthan

active cases and number of deaths due to corona become double in rajasthan nodss

राजस्‍थान में एक्टिव मामलों की संख्या और मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. (सांकेतिक फोटो)

राजस्‍थान में एक्टिव मामलों की संख्या और मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. (सांकेतिक फोटो)

Corona के मामले राजस्‍थान में दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं, साथ ही अब इस बीमारी के सामने दम तोड़ने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है.

जयपुर. कोरोना की दूसरी लहर क्रूर काल बनकर प्रदेश में अपने पंजे चला रही है. पिछले एक सप्ताह में ही कोरोना के तुलनात्मक आंकड़े इतने भयावह हो चले हैं कि अब चूक की कोई गुंजाइश नहीं बची है. अप्रैल में अब तक 3806 कोरोना पॅाजिटिव मरीज जान गवां चुके हैं. पिछले सप्ताह की तुलना में इन सात दिनों में ही एक्टिव मरीजों और मौतों का आंकड़ा लगभग दोगुना हो चुका है. जीवन के लिए जरूरी आक्सीजन की कमी कोढ़ में खाज का काम कर रही है. राज्य में पहली बार पॉजिटिव मरीज डेढ़ लाख के पार हुए हैं. मरीजों की मौतों का ग्राफ डराने वाला प्रदेश में 21 से 27 अप्रैल के सप्ताह की तुलना इससे​ पिछले सात दिनों से करें तो आंकड़े आंखें खोलने के लिए नाकाफी नहीं है. प्रदेशभर में लॉकडाउन लगे होने के बावजूद हालात बदतर से भयावह होते दीख रहे हैं. 14 से 20 अप्रैल के बीच जहां प्रदेश में 289 लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई थी, वहीं इस सप्ताह में बढ़कर 538 हो चुकी है. मंगलवार को एक दिन में प्रदेश में पहली बार मृतकों की संख्या तीन अंकों में पहुंची. कोरोना के चलते 121 लोग काल के गाल में समा गए. एक्टिव मरीज एक सप्ताह में हुए दोगुने कोरोना से मौते के साथ-साथ एक्टिव मरीजों का तेजी से बढ़ता ग्राफ ज्यादा डरा रहा है. हालात यह है कि ज्यादातर शहरोंं के अस्पतालों में मरीजों के लिए आक्सीजन बेड ही बमुश्किल मिल पा रहे हैं. रिकवरी रेट कम होने से तेजी से बढ़ रहे एक्टिव मरीजों के कारण नए पॉजिटिव मरीजों को अस्पतालों में एडमिट कराने के लिए एढ़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है. वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 155182 लाख से ज्यादा हो गई है. एक सप्ताह पहले 20 अप्रैल को एक्टिव मरीजों की संख्या 76641 ही थी. यानी एक सप्ताह में ही एक्टिव मरीज दोगुने हो चुके हैं. रफ्तार यही तो अस्पतालों में बेड नहीं मिलेंगे विशेषज्ञों और डाक्टरों का मानना है कि एक्टिव मरीजों के बढ़ते की रफ्तार यदि यही रही तो प्रदेश में आक्सीजन बेड ही नहीं सामान्य बेड भी कम पड़ सकते हैं. क्योंकि इस गति से चार अप्रैल तक एक्टिव मरीज तीन लाख का आंकड़ा पार कर सकते हैं. इतने मरीजों को अस्पतालों में रख पाना मुश्किल होगा. हालांकि आक्सीजन बेड की हालत तो अभी से खस्ता है. कई जगह मरीजों को अस्पतालों के बरामदों में तो कुछ का वाहनों में आक्सीजन सिलेंडर लगाकर अपने परिजनों की जान बचाने की जदृदोजहद करनी पड़ रही है.
राज्य का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर शुरू कोरोना से बिगड़ते हालात पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने जयपुर में प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर आज से शुरु किया है. राधास्वामी सत्संग भवन बीलवा में बनाए गए इस सेंटर में पांच हजार बेड होंगे. शुरुआत में 768 बेड तैयार हुए हैं, इनमें से अभी पचास बेड पर ही आक्सीजन का इंतजाम होगा. यहां 24 घंटे के लिए डाक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की टीम तैनात रहेगी.





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