गोबर से कपड़ा और कलर, हर गाय से होगी तीन सौ रुपए मासिक आय— राणे

जयपुर. जयपुर के कुमारप्पा हाथ कागज संस्थान ने गाय के गोबर से कलर के बाद अब इसी गोबर की सहायता से एंटी बैक्टिरियल कपड़ा बनाया है। केन्द्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने शुक्रवार को संस्थान में इस कपड़े की लांचिंग की। इस मौके पर राणे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि संस्थान का यह नवाचार किसानों की आय बढ़ाएगा। कपड़े के उत्पादन के लिए किसानों से पांच रुपए प्रति किलो की दर पर गोबर खरीदा जाएगा। शुरुआती आकलन के अनुसार हर किसान को प्रत्येक गाय से औसतन तीन सौ रुपए प्रति माह की आमदनी हो सकेगी। भविष्य में इसकी उत्पादन इकाइयां राज्य में लगेंगी तो आमजन को रोजगार भी मिलेगा।
कोविड में उपयोगी, मास्क—एप्रिन भी बनेंगे
कार्यक्रम में मौजूद कपड़ा बनाने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि गोबर में पाए जाने वाले एंटीबैक्टिरियल एजेंट को निकाल कर इससे कपड़े को ट्रीट कर यह उत्पाद बनाया है। उत्पाद सभी मानकों पर खरा उतरा है। फिलहाल सिर्फ रुमाल के तौर पर इसका व्यावसायिक उत्पादन किया गया है। भविष्य में कोविड के हालात को देखते हुए इससे मास्क, डॉक्टर्स एप्रिन, हॉस्पिटल बैड शीट आदि तैयार किए जाएंगे। इससे खादी ग्रामोद्योग के आर्टिजन्स को भी फायदा मिल सकेगा।
बंद इकाइयों पर पीएम से बात की
एक सवाल पर राणे ने बताया कि कोविड काल में बंद हो चुकी एमएसएमइ इकाइयों को फिर से शुरु करने पर केन्द्र सरकार विचार कर रही है। इस बारे में बुधवार को ही उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात हुई है। जल्द इस बारे में निर्णय किया जाएगा।