social justice department | जयपुर में दिव्यांगजनों का आक्रोश—110 दिन से धरना,मांगे नही मानी तो निदेशालय पर जड़ दिया ताला,,,8 घंटे कैद रहे अधिकारी और कर्मचारी

110 दिन तक धरना देने के बाद भी मांगे पूरी नहीं हुई तो दिव्यांगजनों ने उठाया कदम
शाम को पुलिस ने समझाईश कर खुलवाया ताला
जयपुर
Published: February 08, 2022 08:47:41 am
जयपुर। जयपुर शहर में सिविल लाइंस फाटक के पास स्थित (Directorate Specially-abled person) विशेष योग्यजन निदेशालयके समक्ष 110 दिन तक धरना देने के बाद भी मांगे पूरी नहीं हुई तो सोमवार को प्रदेश भर से जुटे दिव्यांगजन खफा हो गए और सुबह 9 बजे निदेशालय पर ताला जड दिया। एक गेट से अधिकारी और कर्मचारियों ने निदेशालय में प्रवेश किया ।

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दोपहर बाद पुलिस ने मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया तो दिव्यांगजन निदेशालय के परिसर में प्रवेश कर गए और एक और ताला मंगा कर कार्यालय के चैनल गेट पर लगा दिया। विकलांग जन क्रांति सेना से जुडे इन दिव्यांगजनों ने शाम तक निदेशालय के चैनल गेट पर ताला लगाए रखा। इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी शाम तक निदेशालय में कैद होकर रहे। न कोई सरकारी काम से अंदर आ सका न कोई बाहर जा सका।
शाम को अशोक नगर थाना प्रभारी निदेशालय पहुंचे और समझाइश के बाद चैनल गेट का ताला खुलवाया तब जाकर कई घंटे से बंद अधिकारी और कर्मचारी बाहर निकल सके। विकलांग जन क्रांति सेना के प्रमुख सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि चैनल गेट पर ताला निदेशालय के कर्मचारियों ने लगाया था जिससे दिव्यांगजन अंदर प्रवेश नहीं कर सकें। दिव्यांगजनों ने बाद में ताला लगाया और वहां अपनी मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे।
विशेष योग्यजन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिव्यांगजनों की वार्ता पहले विभागीय मंत्री,मुख्य सचिव और सचिव स्तर पर कराई जा चुकी है। कुछ मांगों पर नीतिगत निर्णय सरकार के स्तर पर होगा। इस तरह से गेट पर ताला लगा कर अधिकारियों और कर्मचारियों को कैद करना ठीक नहीं है। अगर दिव्यांगजन ने आगे ऐसा किया तो राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज कराया जा सकता है।
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