Rajasthan
चक्रवाती तूफान टाउते का खतरा, गुजरात से सटे बाड़मेर में सेना को किया अलर्ट


जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि राहत एवं बचाव के लिए आपदा और राहत विभाग के साथ साथ एसडीआरएफ की टीमों को भी विभिन्न नावों तथा लाइफ जैकेट के साथ अलर्ट पर रहने को कहा गया है. (सांकेतिक तस्वीर)
Army alert in Barmer: गुजरात से सटे पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में टाउते तूफान (Tauktae cyclone) का मुकाबला करने के लिए आर्मी को अलर्ट मोड पर रखा गया है. टाउते गुजरात के बाखासर के रास्ते बाड़मेर जिले में प्रवेश कर तबाही मचा सकता है.
बाड़मेर. चक्रवाती तूफान टाउते (Tauktae cyclone) के कहर से बचने के लिए गुजरात से सटे राजस्थान के बाड़मेर जिले में सेना को अलर्ट मोड (Army alert in Barmer) पर रखा गया है. बाड़मेर जिले की विभिन्न तहसील क्षेत्रों में आर्मी की अलग-अलग यूनिट को मुस्तैद कर दिया गया है. कोरोना के कहर के बीच आए इस नए संकट से अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई में किसी तरह की दिक्कत नहीं आए, इसके लिए भी व्यवस्थाओं को पुख्ता कर लिया गया है. बाड़मेर जिला यूं तो भारत-पाक सीमा से सटा है, लेकिन राजस्थान के इस जिले की सीमा चक्रवाती तूफान टाउते से सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका जताई जाने वाले गुजरात राज्य से भी जुड़ी है. टाउते गुजरात के बाखासर के रास्ते बाड़मेर जिले में प्रवेश कर तबाही मचा सकता है. हालात को देखते बाड़मेर प्रशासन ने गुजरात के जामनगर से ऑक्सीजन लिक्विड को मंगवाकर स्टोरेज कर लिया है. तहसीलदार को रात को गांवों में ही रुकने के निर्देश बाड़मेर जिला मजिस्ट्रेट लोकबंधु यादव ने बताया कि जिला प्रशासन पूरी तरह से इस आपदा से निपटने के लिए तैयार है. बाड़मेर के साथ साथ जालोर, पाली, जैसलमेर और सिरोही के लिए भी ऑक्सीजन का स्टोरेज बाड़मेर के पचपदरा में किया जा रहा है. विभिन्न उपखण्ड अधिकारियों और तहसीलदार को गांवों में रात में वहीं रहकर स्थिति पर नजर रखने के आदेश जारी किए गए हैं. जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि राहत एवं बचाव के लिए आपदा और राहत विभाग के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीमों को भी विभिन्न नावों तथा लाइफ जैकेट के साथ अलर्ट पर रहने को कहा गया है. इस तूफान से निपटने के लिए आर्मी को अलर्ट पर रखा गया है.अब गुजरात के भावनगर और जूनागढ़ पर खतरा आपको बता दें कि चक्रवाती तूफान टाउते का खतरा अब गुजरात के भावनगर और जूनागढ़ पर मंडराने लगा है. पहले तूफान के 18 मई की सुबह पोरबंदर और महुआ (भावनगर) के बीच से गुजरात के तट पर टकराने का खतरा था. अब यह दाहिनी तरफ मुड़ गया बताया जा रहा है. इससे भावनगर और जूनागढ़ पर खतरा नजर आ रहा है. वहां यह आज शाम तक यहां पहुंच सकता है.