जयपुर नगर निगम हैरिटेज उपचुनाव:दो वार्डो में 8 प्रत्याशी मैदान में, 21 बूथाें पर 21,322 मतदाता कल डालेंगे वोट; जीत-हार का बोर्ड पर कोई असर नहीं पड़ेगा

निराला समाज@जयपुर।जयपुर नगर निगम हैरिटेज में 2 वार्डो के उपचुनाव के लिए वोटिंग 21 दिसम्बर मंगलवार को सुबह 7:30 से शाम 5:30 बजे तक वोट डाले जाएंगे। वार्ड 57 एवं 97 दोनों वार्डों में 23 पोलिंग बूथ बनाए गए है, जिन पर कुल 21 हजार 322 मतदाता है, जो शहर की सरकार में पसंद का उम्मीद्वार तय करते हुए अपने भाग्य का फैसला करेंगे। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। हालांकि इन दोनों ही वार्डो के परिणामों से हैरिटेज में बने कांग्रेस के बोर्ड पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।

नवंबर 2020 में हुए चुनावों में दोनों वार्डो में एक पर कांग्रेस और एक पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में आने वाले वार्ड 57 से भाजपा के महेन्द्र कुमार ढलैत जीते थे और वे उपमहापौर के उम्मीदवार भी बने थे। इस साल अप्रैल में महेन्द्र कुमार का एक सड़क दुर्घटना में एक्सीडेंट से निधन हो गया था। अब उनकी जगह भाजपा ने उनके बेटे हिमांशु ढलैत को टिकट देकर मैदान में उतारा है जो कि काफी समय से वार्ड से दूर निर्माण नगर में रह रहे हैं,जिसे कांग्रेस ने बाहरी उम्मीद्वार जता अपने पक्ष में भुनाने का प्रयास कर रही है। यहां भाजपा मंडल अध्यक्ष के बेटे को टिकट नहीं मिलने से भाजपा उम्मीद्वार के लिए दो तरफा भीतरघात का खतरा बरकरार है।
कांग्रेस ने वार्ड 57 से महेश तम्बोली को मैदान में उतारा है। यह निर्दलीय रूप से पिछले निकाय चुनाव में तीसरे नम्बर पर रहा था यहा से दूसरे नम्बर के उम्मीद्वार को टिकट न देकर इस पर भरोसा जताया है जिसके चलते यहां भी भीतरघात की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है।अन्य दो प्रत्याशी भी यहां से मैदान में है लेकिन उनका इस चुनाव में दखल न के बराबर है। सहानुभूति की लहर कम बाहरी होने का ठप्पा एवं अंदरूनी घात के चलते हिमांशु के सामने जीत की आशंका कम हार की ज्यादा बनी हुई है। टक्कर कांटे की है मतदाता 11 हजार 556 है। कांटे की टक्कर में एक एक वोट जीत के मायने के लिए कांग्रेस ओर भाजपा के लिए जरूरी होगा। इसे मतदान के दौरान जो अपने पक्ष में कर सकेगा उसकी ही जीत सुनिश्चित होगी। बाकि दोनों वार्डो की स्थिति मतदान के बाद साफ हो जाएंगी कि किस वार्ड से कोन जीत रहा है। शहर की कांग्रेस सरकार के इन दोनों वार्डों की हारजीत से कोई खास फर्क नहीं पडेगा।

आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले वार्ड 97 से साल 2020 में माया देवी कांग्रेस से जीतकर आई थी, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते मई में उनका निधन हो गया था। मायादेवी के निधन के बाद उनके पति फूलचंद ने दूसरी शादी कर ली थी, जिसके बाद कांग्रेस ने उनकी दूसरी पत्नी सुनीता को मैदान में उतारा है।

वर्तमान बोर्ड की स्थिति देखे तो जयपुर नगर निगम हैरिटेज में 100 वार्डो में से भाजपा के पास 41, कांग्रेस के पास 46 और 11 निर्दलीय पार्षद है। इन निर्दलीयों में 9 कांग्रेस को सपोर्ट दे रहे है। जबकि 2 ने भाजपा को समर्थन दे रखा है। अगर दोनों ही वार्डो में भाजपा जीतती है तो कांग्रेस के बोर्ड पर इन परिणामों का कोई खास असर नहीं पड़ेगा। वहीं अगर कांग्रेस दोनों जगह जीतती है तो कांग्रेस की स्थिति थोड़ी मजबूत होगी।

2 वार्डो में 8 उम्मीदवार मैदान में
जयपुर नगर निगम हेरिटेज के वार्ड 57 और 97 में पार्षदों के निधन के बाद खाली हुए पदों के लिए 21 को उपचुनाव होगा। उप चुनाव के लिए प्रत्याशियों की ओर से जमकर प्रचार किया जा रहा है। रिटर्निंग अधिकारी रामअवतार गुर्जर ने बताया कि वार्ड 57 और 97 में चार-चार प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। वार्ड 97 में कांग्रेस से सुनीता और भाजपा से प्रेमदेवी ने नामांकन भरा है। वही निर्दलीय उम्मीदवार लीला देवी, भारती सिसोदिया ने भी ताल ठोक रखी है। जबकि वार्ड 57 से भाजपा के हिमांशु ढलेत और कांग्रेस से महेश तम्बोली ने नामांकन पत्र भरा है। वही निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश कुमार वर्मा और घनश्याम भी चुनावी मैदान में डटे हुए है।