Rajasthan

जयपुर में ‘किडनी’ निकालने का खेल!, पुलिस आई अलर्ट मोड पर, गुरुग्राम भेजी टीम, पढ़ें हैरान कर देने वाला केस

विष्णु शर्मा.

जयपुर. राजस्थान में ऑर्गन ट्रांसप्लांट के अवैध कारोबार की आहट ने पुलिस और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है. बांग्लादेशी युवक की किडनी जयपुर में निकालने से जुड़े मामले की जांच के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम को गुरूग्राम भेजा गया है. इस मामले में अंतरराष्ट्रीय रैकेट के तार जयपुर से जुड़ने के बाद राजस्थान पुलिस हाई अलर्ट मोड पर आ गई है. पुलिस महानिदेशक यूआर साहू ने पुलिस को इसको लेकर विशेष निर्देश दिए हैं.

हरियाणा सीएम फ्लाइंग पुलिस ने किडनी रैकेट का खुलासा किया था. इसकी जांच में सामने आया है कि बांग्लादेशी युवक को जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल लाकर उसकी किडनी निकाली गई थी. मरीज का जयपुर में ऑपरेशन कर उसे गुरुग्राम की होटल में शिफ्ट कर दिया गया था. हरियाणा में हुए इस खुलासे के बाद अब जयपुर कमिश्नरेट पुलिस वहां जाकर पूरे मामले की जमीनी हकीकत जानने का प्रयास कर रही है.

राजस्थान में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की फर्जी एनओसी जारी करने के मामले में पहले से ही हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले को लेकर हाल ही में स्वास्थ्य विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि होली के आसपास इस फर्जीवाड़े की सूचना मिली थी. उसके बाद सभी संदिग्ध 12 अस्पतालों से रिकॉर्ड लिया जा रहा है. इसको लेकर लंबे समय से अप्रूवल कमेटी की बैठक नहीं होना चिंता का विषय है. कमेटी को बताना होगा बैठक क्यों नहीं की गई?

एसीबी ने किया था मामले का खुलासा
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए फर्जी एनओसी जारी करने का पिछले दिनों एसीबी ने खुलासा किया था. एसीबी ने बीते रविवार को देर रात एसएमएस अस्पताल के सहायक प्रशानिक अधिकारी राहुल सिंह राठौड़ और ईएचसीसी के कॉर्डिनेटर अनिल जोशी को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. उसके बाद अगले दिन सोमवार को फोर्टिस अस्पताल के कोऑर्डिनेटर विनोद सिंह को गिरफ्तार किया था. ये आरोपी फिलहाल रिमांड पर चल रहे हैं.

एसीबी ने 300 से ज्यादा एनओसी बरामद की है
एसीबी ने इन तीनों आरोपियों के ऑफिस और अन्य ठिकानों से 300 से ज्यादा एनओसी बरामद की है. इनमें ज्यादातर एनओसी नेपाल, बांग्लादेश, क्यूबा, कंबोडिया सहित विदेशों में रहने वाले मरीजों की है. इनमें ज्यादातर मोटी रकम लेकर फर्जी बनाई गई एनओसी है जो कि कमेटी के सदस्यों की साइन के बिना ही तैयार की गई थी. इस बीच हरियाणा में हुई बड़ी कार्रवाई के बाद जब बांग्लादेशी युवक की किडनी जयपुर में निकालने की बात सामने आई पुलिस के कान खड़े हो गए. बहरहाल पूरे मामले की जांच जारी है.

Tags: Crime News, Jaipur news, Rajasthan news

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