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जस्टिस एस रवींद्र भट डॉ बीआर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी सोनीपत में प्रोफेसर नियुक्‍त

नई दिल्‍ली. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एस रवींद्र भट को डॉ.बी.आर.अम्बेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सोनीपत में प्रतिष्ठित प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किया गया है. यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी. इसमें कहा गया कि कुलपति प्रोफेसर अर्चना मिश्रा ने उनका स्‍वागत किया है. जस्टिस एस रविंद्र भट बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हो गए थे. जस्टिस रवींद्र भट ने कहा कि मैंने सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में चार साल से अधिक समय बिताया और मैं इस बात से संतुष्ट हूं कि क्षेत्र में बहुत कुछ किया गया है.

उन्होंने कहा कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से जुड़कर अब वे एक नया अध्‍याय शुरू कर रहे हैं. उन्‍होंने युवा वकीलों को सलाह दी है कि निडर रहें, किसी और की तरह बनने की कोशिश न करें. रवींद्र भट का मैसूर में 21 अक्टूबर, 1958 को जन्‍म हुआ था और उन्‍होंने 1982 में दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद वे दिल्ली बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में दाखिल हुए थे और उन्हें 16 जुलाई, 2004 को दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश और बाद में 20 फरवरी, 2006 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. सुप्रीम कोर्ट जाने से पहले उन्हें 5 मई, 2019 को राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था.

डॉ बीआर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी सोनीपत में प्रोफेसर नियुक्‍त हुए जस्टिस एस रवींद्र भट

कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे जस्टिस भट्ट
अपने चार साल के कार्यकाल के दौरान, जस्टिस भट्ट कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे. वह पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ का हिस्सा रहे, जिसने इस सप्ताह की शुरूआत में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने से इनकार कर दिया. वह पांच न्यायाधीशों की उस पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए शैक्षणिक संस्थानों एवं सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने के प्रावधान को बरकरार रखा, जिसे 2019 में लाया गया था.

Tags: National Law University, Supreme Court

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