जस्टिस व्यास बोले, मूट कोर्ट से स्टूडेंट्स में बढ़ता है आत्म विश्वास
जयपुर। राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास ने कहा कि मूट कोर्ट जैसे आयोजनों से स्टूडेंट्स में आत्मविश्वास बढ़ता है। इसके साथ ही उन्हें प्रेक्टिकल नॉलेज भी मिलती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को मूट कोर्ट में हिस्सा लेना चाहिए। यह बात उन्होंने महात्मा ज्योतिराव फुले विश्वविद्यालय की एकेडमी ऑफ लॉ की ओर से दो दिवसीय नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता के समापन समारोह के दौरान कही। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता स्टेट कंज्यूमर कमीशन के अध्यक्ष जस्टिस देवेंद्र कच्छावा ने की। वहीं, डिस्ट्रिक्ट जज शैलेन्द्र व्यास विशिष्ट अतिथि रहे। यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन निर्मल पंवार ने कहा कि मूट कोर्ट प्रतियोगिता भविष्य के अधिवक्ताओं और विधि निर्माताओं को जन्म देती है।
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प्रतियोगिता में सुबोध लॉ कॉलेज की टीम विजेता रही। वहीं, विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी की टीम रनर अप रही। प्रतियोगिता के बेस्ट रिसर्चर, बेस्ट मूटर और बेस्ट मेमोरियल को भी नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में देशभर के लॉ कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की करीब 40 टीमों ने हिस्सा लिया।