जिद से जीता जहां…कभी नौकरी के लिए की मेहनत, फिर शुरू किया बिजनेस, अब हर महीने कमा रहीं 2.5 लाख

शक्ति सिंह/कोटा. राजस्थान की कोचिंग-सिटी कोटा की रहने वाली वंदना गौड़ को आप भले न जानते हों, लेकिन उनके बनाए अचार और मुरब्बे का स्वाद जरूर पहचानते होंगे. घरेलू उद्योग के दम पर इस महिला ने ऐसी सफलता हासिल की, जो आज अन्य महिलाओं के लिए एक नजीर बन गई है. अचार-जैम बिजनेस में वंदना ने न सिर्फ अपनी आर्थिक स्थिति को संवारा, बल्कि वह कई और महिलाओं को रोजगार देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं.
कोटा की वंदना गौड़ के संघर्ष की कहानी आम महिलाओं से हटकर है. वंदना बनना तो चाहती थीं सरकारी अधिकारी, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनीं कि उन्हें अपनी ख्वाहिश छोड़नी पड़ी. लेकिन वंदना ने हार नहीं मानी और अपने प्रयास जारी रखे. इन्हीं प्रयासों की बदौलत अब वंदना एक सफल कुटीर उद्योग का संचालन कर रही हैं. वे फूड प्रोसेसिंग का काम करती हैं और इस काम से उन्होंने अन्य महिलाओं को भी रोजगार दिया हुआ है.
हर महीने लाखों की कमाई
वंदना ने बताया कि सरकारी नौकरी नहीं लगने से एक बार तो वे निराश हो गई थीं, लेकिन परिवार हमेशा उनके साथ था. परिवार के ही सहयोग से उन्होंने कुछ अलग करने की योजना बनाई. साल 2019 में वंदना ने कोटा के कृषि विज्ञान केंद्र से फूड प्रोसेसिंग में 15 दिन की ट्रेनिंग ली. यहां उन्होंने घर पर फूड प्रोडेक्ट बनाने का सारा ज्ञान हासिल किया. कौन सी चीज बनाई जाए, मार्केटिंग कैसे की जाए आदि जानकारी हासिल की. इसके बाद उन्होंने अपने घर में ही आंवला, नींबू और गुलाब का शरबत बनाने का छोटा सा प्लांट स्थापित किया.
वंदना की बनाई शरबत बाजार में आई, तो ग्राहकों ने हाथों-हाथ लिया. इसके बाद उन्होंने अचार-मुरब्बा आदि का निर्माण भी शुरू कर दिया. आज वंदना गौड़ के बनाए प्रोडक्ट न सिर्फ कोटा, बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों तक में बिकते हैं. कोटा संभाग में उनके प्रोडक्ट की अच्छी डिमांड है. वंदना गौड़ ने लोकल18 से बातचीत में कहा कि वह अपने बिजनेस से हर महीने ढाई लाख से ज्यादा की कमाई कर लेती हैं.
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FIRST PUBLISHED : April 12, 2024, 19:16 IST