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उदयपुर की जमीन के नीचे छुपा है इतिहास का खजाना, ताम्र युग से जुड़ी ये सभ्यता कर देगी हैरान

Last Updated:May 07, 2025, 13:34 IST

उदयपुर की आहड़ सभ्यता लगभग 4000 वर्ष पुरानी ताम्र युग की विकसित सभ्यता थी, जिसके अवशेष आज भी संग्रहालय में संरक्षित हैं. यह क्षेत्र प्राचीन मानव बस्ती, कला, संस्कृति और पुरातत्व की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण ह…और पढ़ेंX
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हाइलाइट्स

आहड़ सभ्यता लगभग 4000 वर्ष पुरानी है.आहड़ सभ्यता के अवशेष उदयपुर संग्रहालय में संरक्षित हैं.आहड़ सभ्यता ताम्र युग की उन्नत सभ्यता मानी जाती है.

उदयपुर- लोकल 18 की धरोहर श्रृंखला में आज हम आपको उदयपुर शहर की एक ऐतिहासिक सभ्यता से परिचित करवा रहे हैं, जिसे आहड़ सभ्यता कहा जाता है. यह सभ्यता लगभग 4000 वर्ष पुरानी है और ताम्रकालीन युग से जुड़ी हुई है. आहड़ सभ्यता बनास नदी के किनारे विकसित हुई थी, और इसके अवशेष आज भी उदयपुर के संग्रहालय में संरक्षित हैं.

आहड़ सभ्यता के अवशेष और उनका महत्वआहड़ सभ्यता का उद्भव ताम्र युग में हुआ था, जब मानव जीवन कृषि, बस्ती निर्माण और धातुओं के उपयोग की दिशा में बढ़ रहा था. यहां की खुदाई में एक प्राचीन बस्ती के प्रमाण मिले, जिसमें घरों के अवशेष, चूल्हे, अनाज रखने के पात्र, खाना पकाने के बर्तन, और ताम्र व लोहे के औजारों के अवशेष पाए गए. यह सभी अवशेष आज आजाद संग्रहालय में प्रदर्शित हैं, जो उस समय की जीवनशैली और संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं.

समय की उन्नत सभ्यता का प्रमाणआजाद संग्रहालय के प्रभारी रवींद्र सिंह चौहान के अनुसार, आहड़ सभ्यता अपने समय की उन्नत सभ्यता मानी जाती है. यहां मिले अवशेष यह दर्शाते हैं कि लोग संगठित रूप से रहते थे, और उनके पास खानपान, आवास, और औजारों की अच्छी व्यवस्था थी. संग्रहालय में दिखाए गए बर्तनों में काले और लाल रंग के बर्तन प्रमुख हैं, जिन पर की गई चित्रकारी उस समय के कलात्मक दृष्टिकोण को उजागर करती है.

एक ऐतिहासिक स्थलयद्यपि उदयपुर शहर की स्थापना 500 वर्ष पहले महाराणा उदय सिंह द्वारा की गई थी, लेकिन यह क्षेत्र हजारों वर्षों से मानव सभ्यता का केंद्र रहा है. आहड़ सभ्यता के प्रमाण इसे सिद्ध करते हैं कि उदयपुर प्राचीन काल से ही मानव बस्तियों का हिस्सा रहा है. इस क्षेत्र का पुरातात्विक महत्व न केवल ऐतिहासिक दृष्टिकोण से है, बल्कि यह अब एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी बन चुका है.

आज भी पर्यटन और शोध का केंद्रआहड़ सभ्यता के अवशेषों को देखने के लिए हर साल सैकड़ों शोधार्थी और पर्यटक उदयपुर पहुंचते हैं. यह स्थल अब न केवल पुरातत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी बन चुका है, जहां लोग इतिहास और सभ्यता के गहरे पहलुओं से परिचित होते हैं.

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Udaipur,Rajasthan

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उदयपुर की जमीन के नीचे छुपा है इतिहास का खजाना, ताम्र युग से जुड़ी ये सभ्यता

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