Vd Satheesan of Congress leader of opposition in kerala Assembly after demand change leadership

Kerala Assembly Elections में हार के बाद कांग्रेस में फूट, हाईकमान ने लिया ये फैसला
नई दिल्ली। केरल विधानसभा चुनाव (Kerala Assembly Election) में बुरा हार के बाद से कांग्रेस खेमे में घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस हार के बाद से कांग्रेस खेमे में फूट बढ़ती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कई नेताओं ने राज्य में नेतृत्व स्तर पर सुधार की मांग की है।
वहीं इस नाराजगी के बीच कांग्रेस ने वीडी सतीशन को विधानसभा में बतौर विपक्ष का नेता नियुक्त किया है। आपको बता दें कि बीते गुरुवार को ही दोबारा सत्ता हासिल करने वाले पिनराई विजयन के नए कैबिनेट सदस्यों ने शपथ ली।
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Congress declares VD Satheesan as the leader of opposition in Kerala
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— ANI (@ANI) May 22, 2021
केरल में विधायक वीडी सतीशन केरल विधानसभा में विपक्ष के नए नेता होंगे। इस संबंध में कांग्रेस हाईकमान ने फैसला लिया है। शनिवार सुबह करीब 11 बजे आधिकारिक घोषणा की गई।
मलिकार्जुन खड़गे की ओर से दायर रिपोर्ट की जांच के बाद आलाकमान ने सतीशन को विपक्षी नेता के रूप में चुनने का फैसला किया है।
चेन्नीथन की जगह सतीशन
दरअसल ज्यादातर सांसद और कांग्रेस प्रदेश कमेटी नेतृत्व में बदलाव चाहते हैं। युवा विधायकों ने विपक्ष के नेता के रूप में सतीशन के प्रवेश का पुरजोर समर्थन किया।
इसे देखते हुए, कांग्रेस हाईकमान ने विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला को सतीशन से बदलने का फैसला किया।
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राज्य में बड़ी संख्या में सांसदों, विधायकों और राजनीतिक मुद्दों से जुड़ी समिति के सदस्यों ने विपक्ष के नेता समेत कांग्रेस नेतृत्व में सुधार की मांग की है।
आपको बात दें कि विधायकों की गिनती के आधार पर देखें, तो वर्तमान विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला को बढ़त हासिल थी। इसके अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चंडी का खेमा भी उनका समर्थन कर रहा था।
राज्य कांग्रेस में बदलाव की बात कर रहे लोग की तरफ से विपक्ष के नेता के लिए 56 साल के वीडी सतीशन का समर्थन किया।
सतीशन लगातार पांच बार विधायक चुनाव जीते हैं। अगर सीयासी करियर की तरफ देखें, तो सतीशन ने भी चेन्नीथला की तरह केरल स्टूडेंट यूनियन के जरिए ही कांग्रेस में बढ़त हासिल की थी।
सतीशन, चेन्नीथला से जुड़े एक समूह का हिस्सा रहे हैं, लेकिन बीते दो सालों में वे कांग्रे में खुद को गुटबाजी से दूर रखे हुए हैं।