जोधपुर में कोरोना की सुपर स्पीड, MDM अस्पताल हुआ फुल, एम्स भी भरने लगा, ‘नो बेड’ के हालात


जोधपुर में कोरोना के बिगड़ते हालात से सरकार की चिंता बढ़ गई है. (सांकेतिक तस्वीर)
Worsen situation of corona infection in Jodhpur: सूर्यनगरी जोधपुर में सुपर स्पीड से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण यहां के अस्पताल भरने लग गये हैं. सरकारी और निजी अस्पतालों में ‘नो बेड’ के हालात पैदा होने लग गये हैं.
जोधपुर एम्स के भी करीब 70 फीसदी बेड कोविड मरीजों से भर गये हैं. सरकारी अस्पतालों में ‘नो बेड’ की स्थिति होने लग गई है. निजी अस्पताल भी अब हाथ खड़े करने लग गये हैं. कोविड पीड़ितों की चिकित्सा व्यवस्था में जुटी प्रशासनिक मशीनरी भी अब बेबस नजर आने लग गई है.
14 दिनों में कोरोना सुपर स्पीड के साथ बढ़ा है
जोधपुर में पिछले 14 दिनों में कोरोना सुपर स्पीड के साथ बढ़ा है. हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि सरकारी अस्पतालों में पांव रखने की जगह नहीं बची है. एमडीएम अस्पताल के 300 बेड में से 293 पर कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं. वहीं जोधपुर एम्स में भी 210 कोविड बेड में से 149 मरीज भर्ती हो चुके हैं. इस लिहाज से सरकारी अस्पतालों में अब महज 68 बेड ही कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बचे हैं. वहीं निजी अस्पतालों में भी महज 27 बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बचे हैं.जोधपुर का शास्त्रीनगर सबसे संक्रमित
जोधपुर जिले में शहर का शास्त्रीनगर जोन सबसे संक्रमित जोन साबित हो रहा है. जोधपुर में बुधवार को आये कुल 820 मरीजों में से 204 अकेले शास्त्रीनगर में पाये गये हैं. इसके अलावा मसूरिया में 86 ,रेजीडेंसी में 85, सालावास में 78 और ग्रामीण जोन में शेरगढ़ में 41 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं.
127 दिन में कल हुई एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें
जोधपुर में बीते 127 दिनों में बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा कोरोना पीड़ित 5 लोगों की मौत हो गई. इससे पहले 18 दिसंबर को एक ही दिन 6 पीड़ितों की मौत हुई थी. बुधवार को तीन बुजुर्ग व दो महिलाओं की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई है.