झारखंड: हर जुबां पर रहीं रष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राजभवन में मिलने के लिए टूट गई दलों की दीवार
रांची. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपना तीन दिवसीय झारखंड दौरा संपन्न कर शुक्रवार को वापस दिल्ली लौट गईं. अपनी यात्रा के दौरान द्रौपदी मुर्मू ने आम से लेकर खास तक को अपनी ओर आकर्षित किया. ये आकर्षण उनके व्यवहार, उनके प्रेम व स्नेह और उनके सादेपन के कारण बना रहा. देवघर में बाबा वैद्यनाथ धाम मंदिर में पूजा अर्चना से लेकर अंतिम दिन राजनीतिक-सामाजिक संगठनों के साथ उनकी मुलाकात तक द्रौपदी मुर्मू हर किसी की जुबां पर छाई रही है.
इस आकर्षण के पीछे राज्यपाल रहते हुए झारखंड की जनता के साथ 6 साल के मेल मिलाप का वो रिश्ता रहा, जो इस बार की मुलाकात के बाद और अटूट हो गया. जब हर मोर्चे पर दलों में मतभेद और अलगाव की राजनीति नजर आती है, तब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने के लिए दलों की सारी दीवार टूटती नजर आई. पिछले तीन दिनों में जिस किसी भी कार्यक्रम में द्रौपदी मुर्मू ने शिरकत की वो खास बन गया. चाहे वो नए हाई कोर्ट भवन के उदघाटन की बात हो या खूंटी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का सम्मेलन. ट्रिपल आई टी के दीक्षांत समारोह में तो छात्र बगैर पलक झपकाए उन्हें निहार रहे थे.
वाकई में जब देश की राष्ट्रपति आपके सामने हों तो किसी की आंखें भला कहीं और कहां टिक सकती है. अपने संबोधन से द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड की जनता का उस वक्त मन मोह लिया जब उन्होंने ये कहा कि मैं उड़ीसा की जरूर हूं, मगर मेरे शरीर मे झारखंड का खून दौड़ता है. महिलाओं को आगे बढ़ने, खुद को सशक्त बनाने और रोटी-कपड़ा-मकान के बाद रोजगार हासिल करने का गुरु मंत्र शायद राज्य की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं याद हमेशा याद रखेंगी.
आपके शहर से (पटना)
न्यायपालिका के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ाने के लिये गरीब-असहाय लोगों को समय पर न्याय मिले, ये कहने वाली भी द्रौपदी मुर्मू ही रही. आदिम जनजाति के परिवार के साथ राजभवन में मिलना, उनकी समस्या को सुनना. उनके बच्चों का जवाहर नवोदय विद्यालय में नामांकन कैसे सुनिश्चित हो, इसको लेकर भी दिशा-निर्देश देना, ये साबित करते हैं कि एक महिला होने के नाते समाज के बच्चों के भविष्य के प्रति उनकी करुणा क्या है.
अंतिम दिन राजभवन में 50 से ज्यादा लोगों ने मिलने की अर्जी लगाई थी. अर्जी लगाने वालों में राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे. यहां राजनीतिक दलों की दीवार राष्ट्रपति से मिलने के लिए टूट गई. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने रष्ट्रपति महोदया को संथाल परगना आने का निवेदन किया, तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने केंद्र सरकार को भेजे गए सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग रखी.
राष्ट्रपति से मिलने वाले हर किसी ने कुछ ना कुछ मांग जरूर रखी और सामने से उचित आश्वासन भी मिला. जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य को तो राष्ट्रपति ने संसद भवन भ्रमण के लिए आमंत्रित भी किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के चेहरे पर चमक साफ झलक रही थी. उम्मीद ही नहीं विश्वास है कि भविष्य में भी वो इसी तरह झारखंड आती रहेंगी और झारखंड के लोगों को उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा.
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FIRST PUBLISHED : May 27, 2023, 09:30 IST