ट्रांसफर में भी हिन्दू-मुस्लिम कार्ड चल रही राजस्थान कांग्रेस
सरकारी महकमों की तबादला प्रक्रिया में राजनीति के साथ अब हिन्दू-मुस्लिम कार्ड की भी एंट्री हो गई है। शनिवार को चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा के गांधीनगर स्थित सरकारी आवास पर किशनपोल विधायक अमीन कागजी अपने क्षेत्र के चार मुस्लिम डॉक्टरों के तबादलों से खफा होकर उनसे भिड़ गए। कागजी ने कहा कि उन्होंने उनके क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में चार मुस्लिम डॉक्टर लगवाए थे, उन चारों को ही हटा दिया, जिनके वोटों से सरकार बनती है उन्हीं का ख्याल नहीं रखा जा रहा। यह कैसी मानसिकता है।
गुस्साए कागजी और उनके समर्थकों ने संशोधित आदेश नहीं निकलने तक मंत्री के निवास पर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान मंत्री मीणा उनका हाथ पकड़कर धरने से उठाने की कोशिश करते रहे। समर्थकों ने मंत्री से कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र लालसोट में भी उन्हें मुस्लिमों के वोट मिलते हैं। इस दौरान परसादी कागजी और उनके समर्थकों को आश्वासन देते रहे कि तबादले कैंसिल कर दिए जाएंगे। इसके बाद दोपहर में कागजी और उनके समर्थकों ने धरना समाप्त कर दिया।
समर्थक बोले-विधायक जिसे चाहेंगे, वो ही लगेगा
कागजी समर्थकों ने तबादलों को तानाशाही, द्वेषतापूर्ण बताते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में विधायक जिसे चाहेंगे, वही डॉक्टर लगेंगे। मंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि वे किशनपोल में प्रवेश की कोशिश नहीं करें। कागजी बोले, उनके क्षेत्र के चार मुस्लिम डॉक्टरों के तबादलों को वे और उनके लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। वे संघर्ष करेंगे।
मुझे धोखे में रखा, दूसरों के कैंसिल कर दिए
कागजी ने कहा कि वे शुक्रवार को ही चिकित्सा मंत्री को पूरे मामले से अवगत करा चुके हैं। तब मंत्री ने कहा कि एक बार ज्वॉइन करवा देना चाहिए, बाद में कैंसिल कर देंगे। इसके बाद देर रात जारी चिकित्सा विभाग की तबादला सूची में कुछ डॉक्टर ऐसे थे, जिनके तबादले कैंसिल किए गए। कागजी बोले कि जिस डॉक्टर के लिए उन्होंने कहा उसे देवली लगा दिया गया।