Rajasthan
देश का अनोखा मंदिर, क्रेन से बनता है चूरमा, थ्रेसर से बाटियों की पिसाई, जुड़ी है अनोखी मान्यता
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मंदिर के महाप्रसादी में सिर्फ चूरमा और दाल ही बनाई जाती है. इस बार चूरमें के अलावा दाल बनाने के लिए 25 क्विंटल दाल, 30 पीपा सरसों तेल, 9 क्विंटल हरी सब्जी, डेढ़ क्विंटल मसाला, 70 क्विंटल दही का इस्तेमाल किया गया. इस बार महाप्रसादी में देशभर में करीब दो लाख लोगों के आने की संभावना जताई गई थी. कार्यक्रम में भजन गायन, महाप्रसादी का भोग लगता है. फिर नेहड़ा भी होता है. नेहड़ा में भैंरू बाबा की महिमा का बखान किया जाता है. मेले में आने वाले श्रद्धालु यहीं पर प्रसादी लेते हैं. इस आयोजन में भैंरू बाबा के भक्त दिल खोलकर श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं. यहां आने वाले श्रद्धालु आयोजन के प्रबंधन में हाथ बंटाते हैं.