देश के 10 उद्योग घरानों के वारिसों को विरासत में मिलेंगे 382 अरब डॉलर, यहां देखें पूरी लिस्ट

10 industrial houses : भारत में प्रमुख कारोबारी घरानों में नई पीढ़ी अब कारोबार की कमान अपने हाथ में लेना शुरू कर चुकी है। अब तैयारी है कारोबार के इन नए उत्तराधिकारियों के हाथों में लगाम सौंपने की। इनमें अंबानी, अडानी, दमानी, बिरला और मित्तल जैसे कारोबारी शामिल हैं। जिसकी तैयारियां पहले ही अधिकांश कारोबारी घरानों में शुरू हो चुकी है। इन सभी की उम्र फिलहाल 40 वर्ष से कम है। एक-दो युवाओं को छोड़कर नई पीढ़ी के इन सभी कारोबारियों ने अमरीका से शिक्षा ली है। शिक्षा के केंद्र के रूप में इस पीढ़ी का दूसरा सबसे भरोसमंद केंद्र लंदन रहा है। कुछ युवाओं ने फ्रांस को भी शिक्षा के लिए पसंद किया है, तो बिरला ग्रुप के वारिस आर्यमान ने मुंबई से ही शिक्षा ली है। आर्यमान तो प्रोफेशनल क्रिकेटर भी रहे हैं और राजस्थान रॉयल की ओर से खेल चुके हैं। गौर करने की बात यह है नई पीढ़ी के इन सदस्यों में महिलाएं भी कारोबार की कमान संभालने में पीछे नहीं हैं।
कुल 382 अरब डॉलर की संपत्ति
भारत के इन 10 औद्योगिक घरानों के वारिसों को आगामी कुछ सालों में 382 अरब डॉलर की संपत्ति उत्तराधिकार में मिलेगी। चीन से तुलना करें तो इन घरानों के पास अपने समकक्ष वारिसों को उत्तराधिकार में देने के लिए तीन गुना से ज्यादा संपत्ति है। इसकी मुख्य वजह यह है कि चीन में मंदी के चलते कंपनियों के स्टॉक का मूल्य कम हुआ है, जबकि भारत के कारोबारियों के स्टॉक का मूल्य अपने उच्च स्तर पर बना हुआ है।
भारत में नहीं माना जाता कॉरपोरेट गवर्नेंस का उल्लंघन
भारत में जहां अभी भी कंपनी के संस्थापकों के पास आम तौर पर 50% या उससे अधिक की हिस्सेदारी होती है, यहां बच्चों को कंपनी को कमान देना एक स्वाभाविक प्रगति के रूप में देखा जाता है। जबकि कुछ अन्य देशों में इसको कॉरपोरेट गवर्नेंस का उल्लंघन माना जा सकता है।
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