Indian youth are now also becoming a symbol of social change | भारतीय युवा अब सामाजिक बदलाव का भी बन रहे है प्रतीक

जयपुरPublished: Aug 13, 2023 12:55:28 pm
भारतीय युवा आज आईटी से लेकर इंजीनियरिंग और मेडिकल से लेकर कानून के क्षेत्र में दुनिया भर में झंडे फैला रहे हैं। साथ ही, भारतीय युवा अब सामाजिक बदलाव का भी प्रतीक बन रहे हैं और अपने आसपास बदलाव लाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं।
भारतीय युवा अब सामाजिक बदलाव का भी बन रहे है प्रतीक
भारतीय युवा आज आईटी से लेकर इंजीनियरिंग और मेडिकल से लेकर कानून के क्षेत्र में दुनिया भर में झंडे फैला रहे हैं। साथ ही, भारतीय युवा अब सामाजिक बदलाव का भी प्रतीक बन रहे हैं और अपने आसपास बदलाव लाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। सेंट्रल स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में करीब 33 लाख गैर-सरकारी संगठन यानी एनजीओ हैं। एनजीओ आमतौर पर ऐसे जुनूनी और नि:स्वार्थ भाव से काम करने वाले युवाओं के जरिए चलते हैं, जो सामाजिक बदलाव लाने के लिए काम करते हैं। बालिका शिक्षा के लिए काम करने वाली संस्था एजुकेट गर्ल्स के भी हजारों युवा, शिक्षित और उत्साही स्वयंसेवक पिछले 15 सालों से अपने गांवों में शिक्षा के संदेश के प्रसार के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। संस्था देश के उन 4 राज्यों-राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के 21 हजार से अधिक गांवों में काम करती है, जहां देश की ज्यादातर लड़कियां शिक्षा से वंचित हैं। 2011 की जनगणना के मुताबिक बिहार (51.50 फीसदी), राजस्थान (52.12 फीसदी),उत्तर प्रदेश (57.18 फीसदी) और मध्य प्रदेश (59.24 फीसदी) महिला साक्षरता के मामले में देश में सबसे निचले पायदान पर आते हैं। इसी वजह से एजुकेट गर्ल्स के युवा स्वयंसेवक इन्हीं चारों राज्यों में बालिका शिक्षा के प्रसार के लिए काम कर रहे हैं।