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निमोनिया से पीड़ितों के लिए रामबाण औषधि है तिल, होम्योपैथिक चिकित्सक से जानें चमत्कारिक गुण

दिलीप चौबे/कैमूर : तिल का तासीर गर्म होता है, इसलिए ठंड के दिनों में इसके सेवन से कई तरह की बीमारियों से राहत मिलता है. तिल दिखने में जरूर छोटा होता है, लेकिन यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है. तिल को खाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं. यह शरीर को गर्मी प्रदान करने में कारगर है.

कैमूर जिला स्थित मोहनियां के रहने वाले वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक सह होम्योपैथिक कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर डॉ. प्रियरंजन ने बताया कि तिल खाने का प्रचलन आदि काल से ही चलता आ रहा है. मकर संक्रांति से पहले से ही लोग तिल खाना शुरू कर देते हैं, क्योंकि तिल शरीर के लिए कई मायनों में फायदेमंद है. इसमें विटामिन और मिनरल्स प्रचूर मात्रा में रहता है.

तिल के सेवन से शरीर को मिल जाता है प्रोटीन
वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. प्रियरंजन ने बताया कितिल का सेवन प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकता है. जिस प्रकार किसी भी चीज को अत्यधिक खाना नुकसान देता है, उसी प्रकार तिल का भी अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य को नुकसान कर सकता है. इसलिए तिल का सेवन एक मात्रा के अनुरूप करना चाहिए.

तिल शरीर को स्वस्थ बनाता ही है, साथ ही इसे सेवन से पर्याप्त मात्रा में शरीर को प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी और ई, कैल्शियम और आयरन मिल जाता है. तिल का सेवन कई प्रकार से कर सकते है. तिल को गुड़ में मिलाकर लड्डू बना लें और इसका सेवन करें. मिठाई में मिलाकर लड्डू बनाकर खाने से एक अच्छा स्वाद मिलता है और तिल और गुड़ दोनों के फायदा शरीर को मिलता है.

निमोनिया के लिए रामबाण औषधि है तिल
वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. प्रियरंजन ने बताया कितिल का सेवन खाने के वक्त सलाद में मिलाकर भी किया जा सकता है. सुबह खाली पेट घी में भुने हुए तिल या फिर ऐसे ही चबा कर खाया जा सकता है. आयुर्वेदिक चिकित्सा के मुताबिक रोजाना एक चम्मच तिल का सेवन करना चाहिए. पूरे ठंड तिल का सेवन करने से शरीर कि रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है. उन्होंने बताया कि निमोनिया के रोगी के लिए तिल रामबाण है. तिल का सेवन चाहे बच्चे में हो या बड़े कोई भी निमोनिया से पीड़ित व्यक्ति खा सकता है.

Tags: Bihar News, Food 18, Health News, Kaimur, Local18

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