परीक्षा देने के लिए घर से निकला छात्र, सीधे चंबल के जंगलों में पहुंचा, फिर जो किया जानकर सन्न रह गई पुलिस

हाइलाइट्स
राजस्थान के कोटा में करीब दो लाख अस्थाई छात्र पढ़ाई कर रहे हैं.
कोटा शहर आईआईटी-जेईई प्रवेश परीक्षा की पढ़ाई के लिए चर्चित है.
नई दिल्ली. राजस्थान के कोटा जाकर आईआईटी-जेईई की पढ़ाई कर रहे 16 सा के छात्र का शव चंबल घाटी में मिला. एक सप्ताह की गहन खोज के बाद शव को बरामद किया गया है. इस साल यह पांचवें छात्र की मौत है. मध्य प्रदेश का रचित सोंधिया, कोटा में पढ़ रहा था. 11 फरवरी से लापता होने से पहले उसे आखिरी बार सुरक्षा कैमरे की फुटेज में गराडिया महादेव मंदिर के पास वन क्षेत्र में प्रवेश करते देखा गया था. उसने परीक्षा के बहाने अपना हॉस्टल छोड़ दिया.
राज्य आपदा बल के खोजी कुत्तों और ड्रोन की मदद से तलाशी अभियान चलाया गया. जिसके बाद किशोर का शव चंबल घाटी के एक अलग और दुर्गम स्थान पर देखा गया. पुलिस को आशंका है कि छात्र ने पहाड़ी से नीचे घाटी में छलांग लगायी होगी. इससे पहले, उनके माता-पिता ने उनके पोस्टर जारी कर बेटे को ढूंढने में मदद करने का आग्रह किया था.
छात्रों को अवसाद और तनाव से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने कोचिंग संस्थानों निर्देश जारी किए है. शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित नए दिशानिर्देशों के अनुसार, कोचिंग सेंटर 16 वर्ष से कम उम्र के छात्रों का नामांकन नहीं कर सकते हैं और माध्यमिक विद्यालय परीक्षा के सफल समापन के बाद ही प्रवेश प्रक्रिया की अनुमति दी जाएगी. कोटा में लगभग दो लाख छात्रों की अस्थायी आबादी है, उनमें से कुछ पहली बार घर से दूर अकेले और असुरक्षित हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 19, 2024, 22:49 IST