Rajasthan

पश्चिम बंगाल पुलिस का थानेदार से रिश्वत लेने राजस्थान आया, ACB ने 50 हजार रुपये लेते धरदबोचा, जानें सबकुछ

झुंझुनूं. राजस्थान की झुंझुनूं एसीबी टीम ने पश्चिम बंगाल पुलिस के उपनिरीक्षक स्वप्न कुमार राय को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार है. यह थानेदार रेप के आरोपी को गिरफ्तार नहीं करने की एवज में रिश्वत लेते पकड़ा गया है. उप निरीक्षक ने आरोपी से उसे गिरफ्तार नहीं करने की एवज में बतौर रिश्वत 1 लाख रुपये की मांग की थी. लेकिन बाद में 50 हजार रुपये लेने पर राजी हो गया. आरोपी परिवादी की शिकायत के बाद एसीबी ने उसे 50 हजार रुपये लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एएसपी इस्माइल खान ने बताया की परिवादी की ओर से एसीबी में शिकायत दी गई थी कि उसके खिलाफ पश्चिम बंगाल के नेहटी पुलिस थाने रेप का केस दर्ज है. इस प्रकरण में गिरफ्तार नहीं करने की एवज में पश्चिम बंगाल के बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के नेहेटी थाने के सब इंस्पेक्टर की ओर से एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है.

रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है
शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने उसका सत्यापन करवाया. सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी ने थानेदार को रंगे हाथों गिरफ्तार करने के लिए अपना जाल बिछाया. एसीबी जयपुर के पुलिस उप महानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरविजन में ब्यूरो की झुंझुनूं इकाई ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ईस्माइल खान के नेतृत्व में उपनिरीक्षक स्वप्न कुमार राय को परिवादी से 50 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.

एसीबी ने नवलगढ़ में किया गिरफ्तार
रेप का आरोपी झुंझुनूं के नवलगढ़ के इलाके का रहने वाला है. एसीबी ने थानेदार को शुक्रवार को नवलगढ़ में तहसील के पास रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. एसीबी की टीम आरोपी से पूछताछ करने के साथ ही उसके आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी ले रही है. एसीबी की ओर से इस मामले भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.

Tags: Anti corruption bureau, Jhunjhunu news, Rajasthan news

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj