पिछले 10 सालों से घायल जानवरों के लिए देवदूत बने बीकानेर के जगदीश, 20 हजार गोवंश का कर चुके हैं रेस्क्यू
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निखिल स्वामी/ बीकानेर. आमतौर पर लोग घायल जीवों को देखकर निकल जाते है, लेकिन बीकानेर का जगदीश घायल जीवों के लिए एक तरह देवदूत बना हुआ है. वह सुबह से रात तक घायल जीवों की सेवा में लगा रहता है. जगदीश जहां कही से घायल जीवों की जानकारी मिलती है तो वहां तुरंत पहुंचकर उन्हें हॉस्पिटल ले जाता है और उन घायल जीवों का इलाज निशुल्क करवाता है.जगदीश ने बताया कि वे पिछले 10 सालों से जानवरों की जान बचाने का काम कर रहे है.
वे अबतक 20 हजार गोवंश को रेस्क्यू कर जान बचा चुके है. बीकानेर से 100 से 150 किलोमीटर दूर दराज के गावों में गोवंश का रेस्क्यू करते है. जो भी गोवंश घायल होती है तो पूरी तरह निःशुल्क उसका रेस्क्यू करते है. कई बार लोग अपनी इच्छा से देते है तो वो इन रुपए को गोवंश के इलाज में लगाते है. जगदीश बताते है पूगल रोड पर उनके पंचर की दुकान है जब भी घायल गोवंश की जानकारी मिलती है तो वह तुरंत दुकान बंद करके घायल गोवंश की सेवा में लग जाता है और हॉस्पिटल में उसका इलाज करवाता है. हाल ही में जगदीश ने दोस्तो से सहयोग से एक घायल जीवों के लिए एंबुलेस खरीद ली.
एक बार 2013 में पूगल रोड पर एक बछड़ा घायल हो गया था. लेकिन कोई उस बछड़े को उठाकर नहीं ले जा रहा था और न ही उसको देख रहा था. तभी मैंने उस बछड़े को उठाकर हॉस्पिटल लेकर गया. करीब 10 दिन तक बछड़ा तड़पता रहा, फिर वह बछड़ा मर गया. उसके बाद जगदीश को रोड़ किनारे कोई गोवंश घायल दिखता है तो उसको हॉस्पिटल ले जाता है. जगदीश ने बताया कि इसके बाद गोवंश की सेवा में लग गया. फिर एक दिन दोस्तो के सहयोग से लोड बॉडी यानी एक टैक्सी उधार ली. उसमें गोवंश को ले जाकर हॉस्पिटल छोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ और दोस्तो के सहयोग से डीजल का खर्चा भी शुरू हो गया.
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FIRST PUBLISHED : August 30, 2023, 15:34 IST