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पिता-भाई की मौत से टूट गए थे आकाश दीप, दोस्त की जिद से बदली जिंदगी, जानें सौरभ गांगुली का कनेक्शन

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पिता-भाई की मौत से टूट गए थे आकाश दीप, दोस्त की जिद से बदली जिंदगी, जानें सौरभ गांगुली का कनेक्शन

Akash Deep Profile: तू न थकेगा कभी, तू न रुकेगा कभी, तू न मुड़ेगा कभी, कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ… कवि हरिवंश राय बच्चन की यह कविता बिहार के रोहतास जिले के बद्दी गांव के लाल ऑल राउंडर आकाश दीप पर सटीक बैठती है. आकाशदीप ने क्रिकेट के लिए ट्रेनिंग लेना शुरू किया तो पिता का साया सर से उठ गया. थोड़ा संभला तो बड़े भाई की मौत हो गई. फिर भी आकाश क्रिकेट के मैदान में डटे हुए हैं. हाल ही में संपन्न हुए साउथ अफ्रीका टूर पर वे एक दिवसीय टीम में शामिल हुए थे. हालांकि, तब उन्हें डेब्यू करने का मौका नहीं मिल पाया. (मनीष वत्स, पटना)

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अब इंग्लैंड के साथ चल रही घरेलू टेस्ट सीरीज के अगले मैचों के लिए टीम में तेज गेंदबाज आकाश दीप का चयन हुआ है. आकाश दीप के साथ ही उसके बाल सखा और भाई वैभव को भी उम्मीद है कि इस बार डेब्यू करने का मौका मिलेगा. (@akashdeeponinsta)

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दोस्त वैभव बताते हैं कि आकाशदीप के आदर्श वैसे तो महान सचिन तेंदुलकर हैं, लेकिन वह ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली से इंस्पायर्ड हैं. ब्रेट ली हालांकि तेज गेंदबाज थे, जबकि आकाशदीप मीडियम पेसर हैं और 145kmp/h तक की स्पीड से गेंदबाजी करते हैं. उनकी औसत स्पीड 136kmp/h है. बावजूद वे ब्रेट ली की तरह गेंद को इन स्विंग और आउट स्विंग करवाते हैं. साथ ही मध्यक्रम में अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेते हैं.

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वैभव ने बताया कि इंग्लैंड और इंडिया ए के बीच हुए दो मैच में आकाशदीप ने 13 विकेट और 46 रन भी बनाए थे. माना जा रहा है कि इसी प्रदर्शन के आधार पर इंग्लैंड के साथ चल रही घरेलू टेस्ट सीरीज के शेष मैच के लिए आकाशदीप का चयन टीम में किया गया है.

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वैभव बताते हैं कि वह खुद ड्यूज बॉल से और आकाश दीप टेनिस बॉल से गेंदबाजी करते थे. उन्होंने बताया कि बचपन में हमलोग अलग-अलग शहरों में घूम घूम कर खेलते थे. आकाशदीप की बॉलिंग, बैटिंग और फील्डिंग तीनों अच्छी थी. वैभव के ही प्रयास से वर्ष 2013 में आकाश दीप ट्रेनिंग लेने कोलकता पहुंचे. लेकिन इस दौरान जब उनके पिता की मौत हो गई, तो वह वापस बिहार आ गए. 6 माह के अंदर ही उनके बड़े भाई की भी मौत हो गई. उन्होंने सौरव गांगुली क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग ली.

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घर में दो मौतों के बाद मां वापस खेलने के लिए कोलकता नहीं भेज भेज रही थी. लेकिन वैभव के अथक प्रयास के बाद मां राजी हो गई. वहां उनका दाखिला सौरव गांगुली के क्रिकेट एकेडमी में करवाया गया. फिर, जब 2016 में यूनाइटेड क्लब में आकाशदीप का चयन हुआ, तो पहले ही साल 42 विकेट लेकर उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया.

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वर्ष 2018-19 में आकाशदीप का चयन मुस्ताक अली टूर्नामेंट के लिए हुआ. वे 2019 से लगातार बंगाल के लिए रणजी, विजय हजारे, मुस्ताक अली, आईपीएल, सहित अलग- अलग मैच खेल रहे हैं. आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलते हैं. घर पर मां और भाभी रहती हैं. आकाशदीप वर्ष 2023 के रणजी ट्रॉफी में देश में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने थे. वे दो जगहों पर वैभव आकाश क्रिकेट एकेडमी भी चलाते हैं.

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