पेट की परेशानी? टेस्ट जो पाचन संबंधी समस्याओं का पता लगाएंगे | Unravel Your Gut Troubles: Tests to Diagnose Digestive Problems
“पाचन तंत्र को प्रभावित करने वाली बीमारियों का पता लगाना ठीक होने की राह पर पहला ज़रूरी कदम होता है. पेट खराब होने के कई कारण हो सकते हैं. कुछ कारण उम्र या वंशावली से जुड़े होते हैं. कभी-कभी ये हमारी आदतों या खाने की वजह से भी हो सकता है. डॉक्टर कई तरह के टेस्ट करके परेशानी की वजह ढूंढते हैं.
मल जांच: इससे बैक्टीरिया, पैरासाइट या खून जैसे इंफेक्शन के लक्षण पता चल सकते हैं. इससे गैस्ट्रोएंटेरिटिस या आईबीडी जैसी बीमारियों का पता चल सकता है.
इमेजिंग टेस्ट: एक्स-रे, सीटी स्कैन या एमआरआई जैसी मशीनों से शरीर के अंदर की तस्वीरें ली जाती हैं. इन टेस्ट से पेट में किसी भी तरह की असामान्य चीज़ का पता चल सकता है, मसलन घाव या सूजन.
कभी-कभी डॉक्टर को सीधे पेट के अंदर देखने की ज़रूरत होती है. कोलोनोस्कोपी या एंडोस्कोपी जैसी जांच की जाती है.
इन उपकरणों में कैमरे लगे होते हैं, ताकि डॉक्टर देख सकें कि क्या हो रहा है. वो सूक्ष्मदर्शी से जांच के लिए टिश्यू का छोटा सा टुकड़ा भी निकाल सकते हैं. इससे ये पता चलता है कि पेट की अंदरूनी परत में कोई दिक्क्त तो नहीं है.
आनुवंशिक जांच: कुछ पाचन संबंधी बीमारियों, जैसे वंशानुगत कैंसर या फैमिलियल पैन्क्रियाटाइटिस का पता लगाने के लिए आनुवंशिक जांच अब काफी ज़रूरी हो गई है.
नई जांच के तरीकों को भी महत्वपूर्ण
भारत में, पाचन संबंधी समस्याएं बुजुर्गों में ज़्यादा होती हैं और इन टेस्ट से पेट की वजह से होने वाली कई गैर-संक्रामक बीमारियों (एनसीडी) को कम करने में मदद मिल सकती है.