Govt. Set Target To Construct 1985 House Per Day In PMAY G – 56 दिन में बनाने थे 66 हजार आवास, बने सिर्फ 14872, अब हर दिन बनाने हैं 1985

— गरीबों के अधूरे आवास पूरे करने में बुरी तरह पिछड़े जिले, 31 दिसंबर तक लंबित आवास पूरे करने का सपना चकनाचूर

जयपुर. प्रधानमंत्री आवास योजना— ग्रामीण में करीब 1.29 लाख गरीब परिवारों को नए साल से पहले आवास देने का सरकार सपना जिलों की लेटलतीफी ने चकनाचूर कर दिया है। ये वो परिवार हैं, जिन्हें योजना की शुरुआत से अब तक बीते करीब छह वर्षों में आवास मंजूर तो हो गए, लेकिन अब तक अपने आशियाने की बाट जोह रहे हैंं। अगस्त में सरकार ने इन आवासों के लिए 31 दिसबर तक की डेडलाइन तय कर पूरे प्रदेश में प्रतिदिन 1180 आवास बनाने का लक्ष्य रखा था। ऐसे में सभी जिलों में 26 अक्टूबर तक 66 हजार आवास पूरे करने थे, लेकिन जिलों की लेटलतीफी ऐसी रही कि अब तक महज 14872 मकान ही पूरे कर पाए। इस कछुआ चाल के चलते अब 31 दिसंबर तक के लिए यह लक्ष्य तुलनात्मक तौर पर करीब दोगुना हो गया है। सरकार ने हाल ही सभी जिलों को निर्देश देकर प्रतिदिन 1985 आवास पूरे करने के लक्ष्य दे दिए हैं। हालांकि 31 दिसंबर तक अब दो माह ही शेष रहते यह लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा।
नए लक्ष्यों की 54 हजार मंजूरी जारी
वर्ष 2020—21 में केन्द्र से मिले नए लक्ष्यों में से भी अब तक जिले महज 54880 आवास की मंजूरी ही जारी कर सके हैं, जबकि प्रदेश में 3.97 लाख आवास मंजूर करने हैं। सरकार ने प्रशासन गांवों के संग अभियान में शत—प्रतिशत मंजूरी की योजना बनाई है।
जिला— अधूरे आवास— संशोधित प्रतिदिन लक्ष्य
झुंझुनूं— 68 — 1
दौसा— 345 — 5
अलवर — 400— 6
जयपुर —1480 — 23
भरतपुर — 2687 — 41
सीकर — 372 — 6
टोंक — 10145 — 156
करौली— 1942 — 30
श्रीगंगानगर — 6041 — 93
अजमेर— 1381— 20
पाली— 3860— 59
बारां— 4632 — 71
राजसमंद— 1093— 17
प्रतापगढ़— 9731— 150
बीकानेर— 3759— 58
जोधपुर— 7434— 114
सवाई माधोपुर— 3292— 51
उदयपुर— 10938— 168
हनुमानगढ़ — 2319— 36
जालोर— 5857— 90
बूंदी— 6033— 93
सिरोही— 1336— 21
झालावाड़— 4125— 63
भीलवाड़ा— 2506— 39
कोटा— 1514— 23
नागौर— 1497— 23
बाड़मेर— 16108— 248
चित्तौड़गढ़— 3509— 54
बांसवाड़ा— 6130— 94
डूंगरपुर— 3701— 57
जैसलमेर— 3089— 48
चूरू— 1079— 17
धौलपुर— 700— 11