फिजियोथैरेपी चिकित्सकों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन, कहा— बजट में मांगे हो पूरी, अन्यथा होगा आंदोलन
जयपुर। गहलोत सरकार की ओर से 10 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। बजट से पहले फिजियोथैरेपी चिकित्सकों की ओर से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। जयपुर में दो दिन से फिजियोथैरेपी चिकित्सकों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। गुरुवार को शहीद स्मारक पर विरोध प्रदर्शन किया गया। राजस्थान चार्टर्ड एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपी के अध्यक्ष डॉ संजय कुमावत ने बताया कि चिकित्सकों की ओर से मुख्यमंत्री के नाम सीएमओ ऑफिस में ज्ञापन दिया गया।एसोसिएशन के सचिव डॉ केशव चौधरी ने बताया कि नेशनल कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थ केयर प्रोफेशनल के अंतर्गत राजस्थान स्टेट एलाइड एंड हेल्थ केयर काउंसिल का गठन अन्य राज्यों के तर्ज पर किया जाएं और ड्राफ्ट पैटर्न में फिजियोथैरेपी सदस्यों को सम्मिलित किया जाएं। फिजियोथैरेपिस्ट के स्टाफिंग पैटर्न में संशोधन कर चिकित्सा संस्थानों में फिजियोथैरेपिस्ट के नवीन पद सृजित कर भर्ती की जाएं और राज्य में 30 से 50 बैड अस्पतालों में पद की संख्या 1 और 100 बैड सेंटर पर 2 और 150 बैड पर 3 और 200 बैड पर 4 पद सर्जित किए जाएं। चिरंजीवी योजना व राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना में फिजियोथेरेपी की ओपीडी एवं सुपरस्पेशल्टी में जोड़ा जाएं और नियमित रूप से सेवाएं शुरू की जाएं। फिजियोथैरेपिस्ट का 5400 ग्रेड पे किया जाएं। फिजियोथैरेपी चिकित्सकों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को बजट में पूरी करें। अन्यथा प्रदेशभर में फिजियोथैरेपी चिकित्सकों की ओर से आंदोलन किया जाएगा।