बचपन की याद ताजा करा देगा कंटीली झाड़ियों का ये फल, नमक-मिर्च कर देती है इसका स्वाद दोगुना

रवि पायक/भीलवाड़ा. शहर में डांसरी कई सालों बाद एक बार फिर से दिखाई दे रहे हैं. लोग इनको देखकर अपने बचपन की यादें ताजा कर रहे हैंं. आज का युवा वर्ग जब अपने स्कूल में पढ़ता था उस समय यह डांसरी स्कूल के गेट पर मिलते थे. स्कूल से निकलते ही बच्चे इन्हें खाने के लिए दौड़ पड़ते थे. इनका स्वाद खट्टा मीठा रहता है.
राजस्थान के पहाड़ी इलाकों में पाए जाने वाला यह एक अनोखा फल है जिसे आमतौर पर डांसरा, पीलू, देसी अंगूर भी कहा जाता है. और बच्चे इसे काफी पसंद करते हैं. अभी यह भीलवाड़ा में 20 रुपये में 100 ग्राम मिल रहे हैं. भीलवाड़ा शहर में यह लोगों को अपनी पुरानी यादें ताजा करवा रहा है. इसका आकार बूंदी के दानों जैसा होता है. इसे वैसे तो सीधे ही खा सकते हैं. लेकिन इस फल की चटनी भी बना सकते हैं, जो काफ़ी लज़ीज़ होती है.
डांसरी बेचने वाल दिलीप कुमार कहते हैं कि हम यह पहाड़ी फल पहाड़ पर उगने वाली झाड़ियों से तोड़ कर लाते हैं. इसका स्वाद खट्टा और मीठा होता है और नमक और जीरावन मसाला डालने के बाद इसके स्वाद में चार चांद लग जाता है. हालांकि, इसमें कमाई तो ज्यादा नहीं होती है मगर इसमें कोई नुकसान भी नहीं होता है. यह काफी समय तक रखने के बाद भी खराब नहीं होते.
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FIRST PUBLISHED : July 28, 2023, 15:46 IST