The Danger Of Snatching The World Heritage Site Title From UNESCO – यूनेस्को से परकोटे का वर्ल्ड हेरिटेज साइट खिताब छिनने की नौबत

सरकार ने यूडीएच सलाहकार जी.एस. संधु को सौंपी बचाने की कमान

जयपुर। परकोटे की मौजूदा हालात से उसका वर्ल्ड हेरिटेज साइट खिताब छीनने के हालात बन रहे हैं। राज्य सरकार को भी अब इसकी चिंता सताने लगी है। इसी आशंका को खत्म करने और वर्ल्ड हेरिटेज साइट खिताब को बचाने के लिए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने इसकी जिम्मेदारी यूडीएच सलाहकार जीएस संधु को सौंप रहे हैं। धारीवाल ने इस बारे औपचारिक आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं।।वे जयपुर के परकोटे के संरक्षण के लिए जिम्मेदारी दी गई है। संधु पूरे मामले का परीक्षण कर समस्याओं के निदान के लिए सुझाव देंगे।धारीवाल ने सरकारी एजेंसियों के बीच तालमेल के अभाव पर चिंता भी जताई है। तालमेल के अभाव के कारण वर्ल्ड हेरिटेज के खिताब को कायम रखने में दिक्कत आ सकती है। धारीवाल ने स्वायत्त शासन सचिव को यह भी निर्देश दिए हैं कि जिम्मेदार संस्थाओं और कंसलटेंट से अपना योगदान देने के लिए कहा जाए।
जो वादा किया, वे पूरा नहीं
यूनेस्को ने परकोटा क्षेत्र को अगस्त 2019 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर घोषित किया था। इसके संरक्षण के लिए राज्य सरकार ने यूनेस्को से कई वादे किए थे, लेकिन इनमें से ज्यादातर अब तक पूरे नहीं हुए। इसके उलट, अवैध निर्माण, अतिक्रमण की बाढ़ आ गई। यहां तक की हैरिटेज विरासत से छेड़छाड़ की जा रही है।इसके चलते वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा छीनने की आशंका है।
पीएम ने दी थी शुभकामना
राजस्थान की राजधानी और पिंकसिटी के नाम दुनियाभर में मशहूर परकोटे यूनेस्को की विश्व सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल है। अजरबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित यूनेस्को की बैठक में जयपुर में विश्व सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया था।प्रधानमंत्री ने भी ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी शेयर करते हुए जनत शुभकामानाएं दी थीं।