बूंदी में नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाकर फरार हुये परिजन, चिकित्सक जुटे हैं देखरेख में Rajasthan News-Bundi News-relatives escaped after getting newborn child admitted in hospital


अस्पताल स्टाफ नवजात को एनजी ट्यूब से मदर मिल्क बैंक का दूध पिला रहा है. वहीं उसका समुचित इलाज भी किया जा रहा है.
Story of newborn baby: राजस्थान के बूंदी जिले में एक परिवार की क्रूरता (Cruelty) सामने आई है. यहां तीन लोग एक नवजात बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाकर फरार हो गये. 6 बाद भी अभी तक कोई परिजन बच्चे को संभालने नहीं आया है.
बूंदी. राजस्थान के हाड़ौती इलाके के बूंदी जिले में कुछ लोग एक नवजात बच्चे (Newborn child) को अस्पताल में भर्ती करवाकर फरार हो गये. छह दिन पहले हुई इस घटना के बाद अभी तक नवजात को संभालने के लिये उसका कोई परिजन नहीं आया है. अस्पताल प्रशासन (Hospital administration) भर्ती नवजात के इलाज और उसकी देखरेख में जुटा है. अस्पताल प्रशासन ने इस संबंध में पुलिस को सूचित किया है. पुलिस उसके परिजनों की तलाश में जुटी है.
जानकारी के अनुसार मामला बूंदी के जिला मातृ एंव शिशु चिकित्सालय का है. परिजनों की ओर से छोड़ा गया यह नवजात एसएनसीयू वार्ड में भर्ती है. गत 15 जून की रात टोंक मालपुरा निवासी दो महिलायें और एक पुरुष रात करीब 11.20 बजे नवजात को लेकर अस्पताल आये. यहां उन्होंने अस्पताल प्रशासन को बताया कि रास्ते में ग्यारसी बाई भील की डिलिवरी हो गई थी. परिजनों की व्यथा को सुनकर अस्पताल प्रशासन ने 1 किलो 700 ग्राम के इस नवजात बच्चे को भर्ती कर लिया. उसके बाद तीनों लोग भर्ती टिकट अस्पताल प्रशासन को सौंपकर गायब हो गये.
चिकित्सक बोले इस तरह का पहला मामला
उसके बाद अगले दिन सुबह जब अस्पताल प्रशासन ने नवजात के परिजनों को तलाशा तो वे नहीं मिले. इस पर अस्पताल प्रशासन ने कोतवाली थाने को इसकी सूचना दी. नवजात के उपचार में जुटे डॉ. गोविंद गुप्ता का कहना है कि अस्पताल में परिजनों द्वारा लड़की होने पर उसे लावारिस छोड़ जाने के तो कई मामले सुने हैं. लेकिन लड़का होने के बावजूद परिजन उसे इस तरह से छोड़ गये यह पहला मामला ही सामने आया है.परिजनों का अभी तक नहीं लग पाया है कोई सुराग
अस्पताल स्टाफ नवजात को एनजी ट्यूब से मदर मिल्क बैंक का दूध पिला रहा है. वहीं उसका समुचित इलाज भी किया जा रहा है. पुलिस नवजात के परिजनों की तलाश में जुटी है, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है.