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ब्रश करते वक्‍त दांतों से आता है खून, ना करें लापरवाही, तुरंत डेंटिस्‍ट से करें बात, हो सकता है इस बीमारी का लक्षण

हाइलाइट्स

महिलाओं में इस डिजीज के लक्षण काफी देखने को मिलता है.
कई हालात में ये खतरनाक हो सकते हैं और दांत टूटकर गिर सकते हैं.

Periodontal Disease And Dental Health Tips: हेल्‍दी ओरल हाइजीन के लिए दांतों की सफाई बहुत जरूरी है. इसके लिए हम रोज ब्रश करते हैं और खाने के बाद कुल्‍ला करते हैं. इस तरह ना केवल हम दांतों को संक्रमण से बचा लेते हैं बल्कि हमारा ओवर ऑल हेल्‍थ भी अच्‍छा रहता है. लेकिन अगर आप ब्रश करते वक्‍त दांतों या मसूड़ों में दर्द महसूस कर रहे हैं या ब्रश करते वक्‍त दांतों के बीच  से खून आ रहा है तो इसे हल्‍के में ना लें. खासतौर पर अगर एक सप्‍ताह तक दांत से खून आने की समस्‍या ना रुके तो आप तुरंत अपने डेंटिस्‍ट से संपर्क करें. दरअसल, यह गम डिजीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है.

पेरियोडोंटल डिजीज के लक्षण(Periodontal Disease symptom)
फैक्‍सवेबसाइट
के मुताबिक, गम से ब्‍लीडिंग होने की कई वजहें हो सकती हैं. अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के प्रवक्ता और अमेरिका के पेरियोडोंटिस्ट सैली जे. क्रैम के मुताबिक, कई बार मसूड़ों में सूजन की वजह से व्रश करते वक्‍त खून आने लगते हैं जो मसूड़ों में बीमारी का शुरुआती लक्षण होता है. मसूड़ों की बीमारी, जिसे पेरियोडोंटल डिजीज के नाम से भी जाना जाता है. यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपके दांतों के चारों ओर मौजूद मसूड़ों और हड्डियों में संक्रमण हो जाता है और इससे चारों तरफ प्‍लक(plaque) बनने लगते हैं. यही नहीं, इस डिजीज में बड़ी आसानी से दांतों से खून आने लगता है.

महिलाओं में काफी कॉमन समस्‍या
महिलाओं में इस डिजीज के लक्षण काफी देखने को मिलते हैं. आमतौर पर प्‍यूबर्टी(puberty), प्रेगनेंसी, मेनोपॉज या मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान यह लक्षण देखने को मिलता है. ऐसा हार्मोनल बदलाव की वजह से होता है. ये हार्मोन मसूड़ों के पास जमा बैक्‍टीरिया और प्‍लक के प्रति अधिक सेंसिटिव होते हैं.

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किस स्थिति में बढ़ जाता है खतरा
अगर आपके दांतों में किसी तरह की समस्‍या रहती है, आप स्‍मोकिंग करते हैं, यह एक जेनेटिक समस्‍या रही है, आप प्रेगनेंसी हैं या डायबिटीज बीमारी है तो बड़ी आसानी से गम डिजीज का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा, अगर आप किसी तरह का एस्‍ट्रॉयड मेडिसीन का सेवन कर रहे हैं, कैंसर या ड्रग थेरेपी ले रहे हैं या ओरल कॉन्‍ट्रासेप्टिव्‍स दवाओं का सेवन कर रही हैं तो भी यह समस्‍या परेशान कर सकती है.

घर पर कैसे करें बचाव
आप कम से कम दिन में दो बार जरूर ब्रश करें, बैलेंस डाइट का सेवन करें, अपने डेंटिस्‍ट के पास नियमित रूप से जांच के लिए जाएं, स्‍मोकिंग से बचें और च्‍वींगम से दूरी बनाएं.

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Tags: Health, Lifestyle

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