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ब्रह्मांड का खुफिया रहस्य खोलेगा XPoSAT, अब तारों की दुनिया का चलेगा पता, इसरो का यह मिशन बनाएगा रिकॉर्ड

हाइलाइट्स

यह पल्सर, ब्लैक होल बाइनरी, लो मैग्नेटिक फील्ड न्यूट्रॉन स्टार का अध्ययन करेगा.
XSPECT पेलोड यू.आर. द्वारा राव सैटेलाइट सेंटर में विकसित किया गया था.

नई दिल्लीः भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) लगातार नए कीर्तमान रच रहा है और नए रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में इसरो बहुत जल्द एक्स-रे-पोलैरीमीट सैटेलाइट मिशन की लॉन्चिंग की तैयारी कर रहा है. इसके लिए पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा. XPoSAT अंतिरक्ष में होने वाले रेडिएशन की स्टडी करेगा. उनके सोर्स की तस्वीरें लेगा. इसमें लगे टेलिस्कोप को रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बनाया है.

यह सैटेलाइट ब्रह्मांड के 50 सबसे ज्यादा चमकने वाले स्त्रोतों की स्टडी करेगा. इसरो के अनुसार, भारत में अंतरिक्ष-आधारित एक्स-रे खगोल विज्ञान स्थापित किया गया है, जो मुख्य रूप से इमेजिंग, टाइम-डोमेन अध्ययन और स्पेक्ट्रोस्कोपी पर ध्यान केंद्रित करेगा. आगामी XPoSat मिशन एक प्रमुख मिशन है. XPoSat को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) द्वारा लॉन्च किया जाएगा.

यह रिसर्च, पारंपरिक समय और फ्रीक्वेंसी डोमेन स्टडीज को पूरा करते हुए, एक्स-रे एस्ट्रोनॉमी में एक नया आयाम पेश करेगा, जिससे वैज्ञानिकों के बीच उत्साह बढ़ेगा. XSPECT मतलब एक्स-रे-स्पेक्ट्रोस्कोपी एंड टाइमिंग. यह 0.8-1.5 kev रेंज की एनर्जी बैंड की स्टडी करेगा. यानी कि यह पोलिक्स की रेंज से कम एनर्जी बैंड की स्टडी करेगा. यह पल्सर, ब्लैक होल बाइनरी, लो मैग्नेटिक फील्ड न्यूट्रॉन स्टार, मैग्नेटार्स आदि की स्टडी करेगा.

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मिशन के उद्देश्यों में एक्स-रे सोर्स से निकलने वाले 8-30 केवी के ऊर्जा बैंड में एक्स-रे ध्रुवीकरण का मापन, 0.8-15 केवी के ऊर्जा बैंड में ब्रह्मांडीय एक्स-रे सोर्स का लॉन्ग टर्म स्पेक्ट्रल और अस्थायी अध्ययन शामिल है. XPoSat अंतरिक्ष यान को दो वैज्ञानिक पेलोड ले जाने के लिए निम्न पृथ्वी कक्षा (~650 किमी ऊंचाई की गैर-सूर्य तुल्यकालिक कक्षा, लगभग छह डिग्री का कम झुकाव) से अवलोकन के लिए नामित किया गया है.

ब्रह्मांड का खुफिया रहस्य खोलेगा XPoSAT, अब तारों की दुनिया का चलेगा पता, इसरो का यह मिशन बनाएगा रिकॉर्ड

इन दो पेलोड के साथ, XPoSat मिशन उज्ज्वल एक्स-रे स्रोतों के अस्थायी, वर्णक्रमीय और ध्रुवीकरण सुविधाओं का एक साथ अध्ययन करने में सक्षम है. द्वितीयक पेलोड XSPECT (एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी और टाइमिंग) पेलोड है, जो 0.8-15 केवी की ऊर्जा सीमा के भीतर स्पेक्ट्रोस्कोपिक जानकारी प्रदान करेगा. XSPECT पेलोड यू.आर. द्वारा राव सैटेलाइट सेंटर में विकसित किया गया था.

Tags: ISRO, ISRO satellite launch

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