jaipur news bvg high court decision greater nagar nigam | बीवीजी पर कार्रवाई के लिए निगम स्वतंत्र, मौजूदा स्थिति में हटाना आसान नहीं

—महापौर और आयुक्त में अदावत, संसाधनों की भी है कमी
जयपुर
Updated: February 02, 2022 10:04:00 pm
जयपुर। एक तरफ सौम्या गुर्जर ने महापौर का कार्यभार संभाला और दूसरी ओर बीवीजी कम्पनी को निगम से बाहर करने का रास्ता भी साफ हो गया। मौजूदा स्थिति देखें तो कम्पनी को हटाना आसान नहीं होगा। क्योंकि महापौर—आयुक्त के बीच अदावत किसी से छिपी नहीं है और निगम के पास संसाधनों का भी अभाव है।
हालांकि, ये बात भी सही है कि सौम्या गुर्जर ने ही कम्पनी को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए काम शुरू किया था। और उसके बाद उनका ही निलम्बन हो गया। पिछले आठ महीने से बीवीजी कम्पनी को बाहर करने का मामला कोर्ट में चल रहा था।
कार्यवाहक महापौर शील धाभाई ने योजना तो बनाई। लेकिन कोर्ट में मामला होने की वजह से उसे मूर्तरूप नहीं दिया जा सका। मौजूदा स्थिति की बात करें तो निगम के पास कचरा उठाने के लिए संसाधन बहुत कम हैं। सिर्फ 130 हूपर हैं। इनमें से 30 बीवीजी कम्पनी को ही किराए पर दे रखे हैं। 100 हूपर शहर में चलते हैं।

बीवीजी पर कार्रवाई के लिए निगम स्वतंत्र, मौजूदा स्थिति में हटाना आसान नहीं
ये प्लान तैयार
—28 करोड़ रुपए से 300 हूपर लेने की तैयारी है। चालक भी भी लिया जाएगा। एक सफाईकर्मी एक हूपर को निगम की ओर से दिया जाएगा। ये प्लान धाभाई ने महापौर रहते हुए बनाया था, लेकिन अब इसको लागू किया जाएगा या नहीं। यह बड़ा सवाल है।
वर्जन——बीवीजी वाली खबर में
कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है। बीवीजी की वजह से जयपुर की सफाई व्यवस्था बिगड़ी हुई है। हम कम्पनी को बाहर का रास्ता दिखाएंगे। बीवीजी पर इंडिपेंडेंट इंजीनियर ने भी 90 करोड़ से ज्यादा की पैनल्टी लगाई है। उसकी भी वसूली होगी। बीवीजी को रवाना कर के हम ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में आत्मनिर्भर सफाई व्यवस्था को लागू करेंगे।
—पुनीत कर्णावट, उप—महापौर
अभी फैसला आया है। कॉपी मेरे पास नहीं आई है। पहले उसे पढ़ेंगे और उसके बाद ही किसी निर्णय तक पहुंचा जाएगा।
—यज्ञमित्र सिंह देव, आयुक्त
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