Rajasthan

युद्ध हो या फिर कोई ऑपरेशन…. इस शहर के वीरों का रहा अहम रोल, जानिए इनके पराक्रम की कहानी

 निखिल स्वामी/ बीकानेर. बीकानेर हमेशा से ही वीरों की धरती रही है. यहां के वीरों ने युद्ध हो या ऑपरेशन सभी में दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब दिया है. बीकानेर जिले से अब तक 22 लोग वीरगति को यानी शहीद हुए है. इसके अलावा बीकानेर को राजस्थान में सबसे ज्यादा टैंको के शहर के नाम से भी पहचाना जाता है. यह देश का दूसरा शहर बन गया है जहां सबसे ज्यादा टैंक है.

शहीद मेजर जेम्स थॉमस के बड़े भाई राजू थॉमस ने बताया कि बीकानेर में कई वीरों ने अपना बलिदान दिया है. हमे उनकी शहादत पर गर्व है. वे बताते है उनके छोटे भाई मेजर जेम्स थॉमस को सेना से इनपुट मिला कि नॉर्थ इंडिया से आतंकवादी भारत की सीमा में प्रवेश करने वाले है. इस वजह से वह घेराबंदी बनकर ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन में 6 आतंकवादी को घेराबंदी करके मार दिया. 3 आतंकवादी को भी गोलियां मारकर बॉर्डर पर ही मार दिया. साथ ही एक आतंकवादी बॉर्डर पर चला गया. ऑपरेशन में मेजर जेम्स थॉमस ने अपने साथियों की जान बचाने के लिए शहीद हो गए.

बीकानेर के ये लाल हुए शहीद
बीकानेर में 20 से अधिक वीर शहीद हुए है. भारत चीन के युद्ध में 1962 में राजपूत रेजिमेंट के सिपाही रूप सिंह, आर्टिलरी रेजिमेंट के गनर रेवंत सिंह, जमेदार कानसिंह शहीद हुए. वहीं भारत पाक युद्ध के 1965 में ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के मेजर पूरण सिंह, भारत पाक युद्ध के 1971 में आर्टिलरी रेजिमेंट के मेजर वेद प्रकाश खत्री, राजरिफ रेजिमेंट के नायक तेजमाल सिंह, बिहार रेजीमेंट के एल टी के के मजूमदार, राजरिफ रेजिमेंट के राइफलमैन नारायण सिंह, ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के ग्रेनेडियर रफीक खां, ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के सूबेदार जय सिंह, ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के ग्रेनेडियर्स भगवंत सिंह शहीद हुए.

वहीं ऑपरेशन नागालैंड 1989 में सिख रेजिमेंट के मेजर रणवीर सिंह शेखावत, ऑपरेशन रक्षक 1994 में इंजीनियर्स रेजिमेंट के मेजर भूपेंद्र सिंह, ऑपरेशन रक्षक 1995 में ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के लांस नायक परसाराम, ऑपरेशन मेघदूत 2000 में 305 मीडियम रेजिमेंट के नायक ओमप्रकाश, ऑपरेशन पराक्रम 2002 में ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के कैप्टन चंद्र चौधरी, ऑपरेशन रक्षक 2006 में सिख लाई रेजिमेंट के मेजर जेम्स थॉमस, ऑपरेशन मणिपुर 2004 में 14 सीआरपीएफ रेजिमेंट के कांस्टेबल बजरंगलाल, ऑपरेशन सुकमा 2017 में 219 सीआरपीएफ में हेड कांस्टेबल जगदीश चंद्र विश्नोई, ऑपरेशन राइनो 2018 में ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के नायक राकेश कुमार चोटिया, ऑपरेशन रक्षक 2018 में जाट रेजीमेंट के सिपाही हेतराम गोदारा, ऑपरेशन मेघदूत 2021 में राजरिफ रेजिमेंट के सूबेदार तुलछाराम शहीद हुए.

1971 के युद्ध में जीता टैंक
पब्लिक पार्क में पाकिस्तान आर्मी का टी 59 टैंक रखा हुआ है. जिसे 4 दिसंबर 1971 को युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने लोंगे वाला पोस्ट पर जीता था. इस पर पाकिस्तान का उल्टा ध्वज भी छपा है. बाद में भारत सरकार ने वॉर ट्रॉफी के रूप में इस टैंक को जिला प्रशासन को दे दिया. वहीं जयपुर रोड म्यूजियम चौराहे के पास शहीद कैप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर भी एक टैंक रखा हुआ है. यह विजयंत टैंक भारतीय सेना ने कैप्टन की शहादत के सम्मान में मार्च 2020 में स्मृति स्थल पर रखा. इस टैंक के पास वायुसेना का लड़ाकू विमान एचटीपी 32 रखा हुआ है.

Tags: Hindi news, Local18

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