युवाओं के लिए जानलेवा हो सकती है अनिद्रा की समस्या, बढ़ेगा इन बीमारियों का खतरा

रोहित भट्ट/ अल्मोड़ा. आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस या फिर ज्यादा थकान की वजह से रात में नींद कई बार टूटना है या नहीं आना आम बात हो गई है .एक्सपर्ट के अनुसार रात में 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेना सेहत के लिए बेहद जरूरी होता है. इस दौरान हमारे शरीर को रीचार्ज होने का मौका मिलता है. जिससे अगले दिन सुबह हम तरोताजा महसूस करते हैं. यात्रा, काम या किसी अन्य वजह से कभी-कभी नींद न पूरी होना ठीक है, लेकिन अगर आप अक्सर इस समस्या से जूझते हैं, तो आप इनसोम्निया यानी अनिद्रा की समस्या से पीड़ित हैं.
हम में से कई लोग ऐसे हैं, जो आधी रात तक जागते हैं, अनिद्रा की वजह से हम कई बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं. इन बीमारियों में हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, मोटापा, मानसिक बीमारियों शामिल हैं. उत्तराखंड के अल्मोड़ा के जिला अस्पताल में नींद से संबंधित बीमारियों के लिए 15 से 20 मरीज रोज इलाज के लिए आ रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा मरीज युवा हैं. नींद की कमी का नकारात्मक असर दिमाग पर भी पड़ता है. यदि व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं ले पा रहा है, तो इससे उसकी दिमागी क्षमता कम हो जाती है. आज के समय में युवा वर्ग काफी ज्यादा समय मोबाइल पर बिता रहे हैं, जिससे वे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. Local 18 की टीम ने जिला अस्पताल की मनोरोग विशेषज्ञ से खास बातचीत की.
त्वचा की चमक पर पड़ेगा असर
मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर रितिका सिंह ने कहा कि सिर्फ एक रात की नींद पूरी न होने से आंखें सूज जाती हैं और त्वचा रूखी हो सकती है. यदि कोई इंसान रोज इस समस्या का शिकार है तो उसको त्वचा से संबंधित कई स्थायी दिक्कतें भी हो सकती हैं. ऐसे लोगों में आंखों के नीचे काले घेरे, रूखी त्वचा और चेहरे पर महीन रेखाएं हो सकती हैं. समय के साथ त्वचा की चमक भी कम हो जाती है
बच्चे भी हो रहे अनिद्रा के शिकार
डॉक्टर रितिका सिंह ने कहा कि युवा ही नहीं बल्कि छोटे बच्चे भी अनिद्रा की वजह से कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. यदि नींद पूरी नहीं होती है, तो दिन भर शरीर में थकान रहना, चिड़चिड़ा होना, किसी भी काम में मन न लगना, इसके अलावा शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस होने जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं.
मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा बुरा असर
डॉक्टर रितिका सिंह ने आगे कहा कि नींद पूरी न होने से हम बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं. इसका मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ता है. अनिद्रा की वजह से डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों की चपेट में हम आ जाते हैं और मानसिक तौर पर डिप्रेशन, चिंता करना, हर समय गुस्सा आना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं. यदि हमें इन चीजों से बचना है, तो हमें रोजाना 6 से 8 घंटा सोना चाहिए. इसके अलावा हमें अपने खानपान और अपने शरीर पर भी ध्यान देना चाहिए. सबसे जरूरी बात तो यह है कि सोने के वक्त आपको फोन नहीं चलाना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : March 21, 2024, 13:14 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.