यूपी से आए ये कारीगर भीलवाड़ा में बेच रहे एक से बढ़कर एक डिजाइन की मोरपंखी

रवि पायक/ भीलवाड़ा. भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट पर हमेशा मोर पंख लगा होता है. कहा जाता है कि भगवान का श्रृंगार इस मोरपंखी के बिना अधूरा है. भगवान को यह अत्यधिक प्रिय है. इसके अलावा मंदिरों में झाड़ू बनाने के में भी मोर के पंख का उपयोग किया जाता है.
भीलवाड़ा शहर में भी इन दिनों यूपी से कुछ लोग मोरपंख बेचने आए हैं. ये कारीगर काफी आकर्षक डिजाइन के मोरपंखी बनाते हैं. विशेष तौर पर बीजना और झाड़ा बना रहे हैं. यह हर साइज में कृष्ण भक्तों को मिल रही है जो 50 से 200 रुपये तक मिल रहे हैं.
यूपी के बांदा के रहने वाले मोनू ने बताया कि वह करीब 15 सालों से मोर पंख को अलग-अलग आकार देकर बनाते हैं. भीलवाड़ा में करीब चार-पांच महीनों से वह मोर पंख के अलग-अलग आकार की पंखी, बीजना और झाड़ा बेच रहे हैं, जो भीलवाड़ा के लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ पुजारियों का मानना है कि किसी मंदिर में अगर भगवान के अर्पित किया गया मोर पंख का झाड़ा यदि किसी छोटे बच्चे या व्यक्ति पर करते हैं तो उसको नजर नहीं लगती है और यह मोरपंख बुरी नजर से भी लोगों को बचाता है. मोरपंख श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय है.
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FIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 00:21 IST