राजस्थान के 477 अस्पतालों में मिला गड़बड़झाला, अब होगी कार्रवाई

राज्य के 477 सरकारी अस्पतालों के निरीक्षण में चिंताजनक तस्वीर सामने आई हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सवाईमानसिंह अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद हरकत में आए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर गुरुवार 28 दिसंबर को एक ही दिन में प्रदेश भर में अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया गया तो 221 डॉक्टर, 443 नर्सिंग व पैरामेडिकल कर्मचारी, 37 मंत्रालयिक कर्मचारी और 446 संविदा कर्मी ड्यूटी से नदारद मिले। इतना ही नहीं अस्पतालाें में वर्ष के अंतिम दिनों का असर भी देखने को मिला। 444 डॉक्टरों और 1174 नर्सिंग कार्मिकों सहित 92 मंत्रालयिक कार्मिकों और 422 संविदा कार्मिकों ने अवकाश ले रखा था। ड्यूटी से नदारद मिले कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर संभागीय संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ, अतिरिक्त व उप सीएमएचओ, आरसीएचओ और ब्लॉक सीएमएचओ स्तर के अधिकारियों ने अस्पतालों में कार्मिकों की समय पर उपस्थिति सहित अन्य सुविधाओं की पड़ताल की। निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ.रविप्रकाश माथुर ने बताया कि प्रातः 9 से प्रातः 9.30 बजे के बीच पूरे प्रदेश में यह आकस्मिक कार्यवाही की गयी।
इन अस्पतालों का लिया जायजा
294 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र
159 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
3 सैटेलाइट अस्पताल
11 उप जिला अस्पताल
10 जिला अस्पताल
472 संस्थानों में मिली संतोषप्रद सेवाओं का दावा
साफ-सफाई और अन्य सेवाओं के क्रियान्वयन में 31 अस्पतालों में सेवाएं उत्कृष्ट, 110 में बहुत अच्छी, 184 में अच्छी, 147 में संतोषजनक और 5 में असंतोषजनक मिली हैं। इस दौरान 19 अस्पतालों में अधिकारियों ने कोविड प्रबंधन की दृष्टि से मॉक ड्रिल के जरिये भी संसाधनों की मॉनिटरिंग की।