Rajasthan

राजस्थान में पेट्रोल पंप चला रहे हैं जेल के कैदी, हर दिन कर रहे इतनी कमाई

मनीष पुरी/भरतपुर: आपने राजस्थान में पेट्रोल पंप तो बहुत देखे होंगे. लेकिन, यह एक अनोखा पेट्रोल पंप है. जिसे खुलाबंदी ग्रह में सजा काट रहे कैदी चला रहे हैं. राजस्थान के भरतपुर में अपराध की दुनिया से अपने कदम पीछे हटाने वाले कैदियों को रोजगार मिल रहा है. जेल में अच्छा आचरण करने वाले कैदियों को पेट्रोल पंप पर रोजगार मिलने का यह उपाय एक सकारात्मक कदम का प्रतीक हो सकता है. इन कैदियों को प्रतिदिन 300 रूपए की मजदूरी दी जा रही है, जिससे उन्हें एक नई शुरुआत का मौका मिल रहा है और समाज में उनका पुनर्निर्माण हो सकता है.

यह नवाचार कारागार विभाग की ओर से किया गया है, जहां जेल के पास में ही पेट्रोल पंप स्थापित किया गया है. इस पेट्रोल पंप पर सेल्समैन के रूप में खुलाबंदी शिविर में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदियों को रोजगार मिल रहा है. यह पेट्रोल पंप 13 सितंबर को शुरू किया गया था, और वर्तमान में इसे दो शिफ्टों में चलाया जा रहा है, जिसमें 8 बंदियों ने ड्यूटी देने का कार्य ग्रहण किया है.

पेट्रोल पंप के माध्यम से बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना एक सशक्त उपाय है, जिससे वे अपने परिवार के खर्चों का सहारा बना सकते हैं. पेट्रोल पंप पर 2 शिफ्टों में चार-चार बंदी काम कर रही हैं, जिनकी ड्यूटी 8 घंटे की होती है. इसके माध्यम से, उन्हें नौकरी की अवसर मिल रहे हैं और वे अपनी सामाजिक सद्गति की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं.

पेट्रोल पंप पर रोजगार दिया गया 
जेल प्रशासन की ओर से जेलर के रूप में एक इंचार्ज, एक हेड वार्डन, और दो सिपाहिया हमेशा सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं. वित्तीय और लेनदेन संबंधित कामों को जेल के कर्मचारी करते हैं, जबकि सेल से संबंधित कामों को कैदी देखते हैं. इन कैदियों को पहले 10 दिन की प्रशिक्षण दी गई थी, और उसके बाद उन्हें पेट्रोल पंप पर रोजगार दिया गया है.

क्या है खुलाबंदी शिविर
आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदियों का अच्छा आचरण होने पर उन्हें खुलाबंदी शिविर में रखा जा रहा है और उन्हें दिन में 10 किलोमीटर के दायरे में रहने की इजाजत दी जा रही है. इससे उन्हें रोजगार या कार्य करने का मौका मिलता है, लेकिन रात को वापस खुलाबंदी शिविर में लौटना होता है. ऐसे 86 कैदियों के बारे में जानकर अच्छा लगता है, जो इस समय अच्छे आचरण होने पर खुलाबंदी शिविर में मौजूद हैं, और उनमें से आठ कैदियों को पेट्रोल पंप पर रोजगार दिया गया है.

Tags: Bharatpur News, Latest hindi news, Local18, Rajasthan news

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